जोशीमठ में इस वजह से फैली दहशत, पढ़े वजह
जोशीमठ में सोमवार की रात भू-धंसाव में एकाएक तेजी आने से दहशत फैल गई। घरों, व्यावसायिक भवनों के शीशे चटकने की आवाज सुनकर घबराए लोग घरों से बाहर निकल आए। कई परिवारों ने आग जलाकर सड़क किनारे सर्द रात काटी। मंगलवार सुबह स्थानीय प्रशासन ने पांच परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया।
जबकि सिंहधार में किराए में रह रहे नौ परिवारों ने डर के मारे घर खाली कर दिए। भू-धंसाव एकाएक बढ़ने से नगरवासी बेहद डरे हुए हैं। सोमवार रात नगर के मारवाड़ी, सिंहधार, मनोहरबाग में घरों और जमीन में जगह-जगह दरारें आ गईं और पुरानी दरारें चौड़ी हो गईं। वन विभाग की चेक पोस्ट से 200 मीटर की दूरी पर चौड़ी दरारें आ गई हैं। सोमवार रात को 12 से अधिक मकानों में नई दरारें आई हैं।
सिंहधार वार्ड में सड़क में पांच से छह जगहों पर सोमवार की रात धंसाव शुरू हो गया। यहां के निवासी मनोज जैन ने बताया कि मोहल्लावासियों ने पूरी रात डर के साए में जागकर काटी। तहसीलदार रवि शाह ने बताया कि माउन्ट व्यू व मलारी इन होटल के नीचे की ओर बसे पांच परिवारों को नगरपालिका और ब्लॉक कार्यालय परिसर में शिफ्ट किया है। तहसीलदार ने बताया कि जेपी बिजली कंपनी के परिसर में स्थित भवनों में दरारें चौड़ी हो गई हैं।
दरकते भवनों में काट रहे सर्द रातें
जोशीमठ के लोग दो-दो मुसीबतें एक साथ झेल रहे हैं। दरकते घर तो दहशत का कारण हैं ही, सर्द रातें भी लोगों को परेशान कर रही हैं। उच्च हिमालय का करीबी क्षेत्र होने के कारण रात को यहां तापमान बेहद नीचे चला जा रहा है। लोगों का कहना है कि दरारों से आ रही ठंडी हवा से जर्जर घरों में रात बिताना मुश्किल हो रहा है।