जालंधर में चोरों ने श्री गुरु रविदास भवन में बोला धावा

ए.सी.पी. जालंधर कैंट के आफिस और थाना कैंट से कुछ ही दूरी पर स्थित श्री गुरु रविदास भवन ओल्ड फगवाड़ा रोड नजदीक दशहरा ग्राऊंड जालंधर छावनी को नकाबपोश तीन चोरों द्वारा अपना निशाना बनाए जाने का मामला सामने आया है। चोरों ने पहले भवन के बाहरी गेट को लगा हुआ ताला तोड़ा और फिर हाल कमरे के दरवाजे और कैंची गेट का ताला भी तोड़ा। काफी प्रयास करने के बावजूद भी चढ़ावे वाले गल्ले का ताला नहीं तोड़ पाए। जब गल्ला उठाकर ले जाने की कोशिश की तो भवन के अंदर ही रहते राम कुमार नामक प्रवासी व्यक्ति द्वारा शोर मचाने जाने के कारण उन्हें बेरंग ही फरार होना पड़ा। जब एक चोर गल्ला तोड़ रहा था तो उसके 2 साथियों ने राम कुमार को पकड़ कर रखा हुआ था और उससे मारपीट भी कर रहे थे।

सुबह तड़के 2.30 बजे के करीब चोरी की वारदात को अंजाम देने आए चोर श्री गुरु रविदास भवन में लगे हुए सी.सी.टी.वी. कैमरे में कैद हो गए। इस सबंध में सूचना मिलने पर थाना जालंधर कैंट के ए.एस.आई. गुरदीप चंद मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की लेकिन इस सबंध में देर रात तक पुलिस द्वारा कोई एफ.आई.आर. नहीं दर्ज की गई थी। श्री गुरु रविदास भवन प्रबंधक कमेटी के प्रधान रोहित कुमार विक्की तुलसी ने बताया कि उन्हें सुबह कमेटी के ही मैंबर नरिंदर कुमार निवासी कुक्कड़ पिंड ने फोन पर उक्त वारदात के बारे में जानकारी दी, जिसके तुरंत बाद वह मौके पर पहुंच गए।

विक्की ने बताया कि श्री गुरु रविदास भवन में 2 प्रवासी व्यक्ति रहते हैं जो कि मजदूरी का काम करते हैं और इसके साथ-साथ भवन की देख-रेख भी करते हैं। दोनों शुक्रवार की रात को अपने कमरे में सोए हुए थे। राम कुमार नामक प्रवासी व्यक्ति रात को अचानक बाथरूम के लिए उठा तो उसने देखा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश वाले मेन हाल में तीन नकाबपोश व्यक्ति घूम रहे हैं। उसने शोर मचाया तो उन्होंने उसे पकड़ कर उसे बाहर ले जाकर उससे मारपीट करनी शुरू कर दी। राम कुमार ने बड़ी मुश्किल से उनसे अपनी जान छुड़ाई और शोर मचाता रहा, जिसके कारण चोर अपने मिशन में कामयाब नहीं हो पाए।

प्रधान विक्की तुलसी ने बताया कि सी.सी.टी.वी. कैमरे की फुटेज जांच अधिकारी गुरदीप चंद को सौंप दी गई है। पुलिस अलग-अलग पहलुओं से जांच करते हुए श्री गुरु रविदास भवन में दाखिल हुए चोरों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है लेकिन अभी तक उनका कोई भी सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है। ए.सी.पी. कैंट के आफिस व थाना जालंधर कैंट से मात्र 300-400 मीटर की दूरी पर हुई इस वारदात के कारण जालंधर कैंट निवासियों में चोर-लुटेरों का काफी खौफ पाया जा रहा है।

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