मुश्किल में फंसी ऋषि सुनक की पार्टी, एक और अधिकारी पर लगा सट्टेबाजी का आरोप

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी मुश्किल में फंस गई है। सुनक के एक अधिकारी पर सट्टेबाजी का आरोप लगा है। आरोप है कि अधिकारी ने आम चुनाव की तिथि घोषित होने से पहले ही उस पर सट्टा लगा दिया था, ब्रिटेन का जुआ नियामक इस बात की जांच कर रहा है।

मुख्य डेटा अधिकारी पर लगे आरोप
ब्रिटिश अखबार संडे टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के जुआ आयोग ने पहले ही दो कंजर्वेटिव चुनाव उम्मीदवारों और पार्टी के अभियान निदेशक पर 4 जुलाई के चुनाव की तिथि पर सट्टा लगाने के आरोप की जांच शुरू कर दी है।
अखबार ने अधिकारी का नाम निक मेसन बताया, जो कंजर्वेटिव पार्टी में मुख्य डेटा अधिकारी है। मेसन ने आरोपों पर अभी कुछ नहीं कहा है।
अखबार ने मेसन के प्रवक्ता के हवाले से कहा कि उन्होंने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है।
संडे टाइम्स ने कंजर्वेटिव पार्टी के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि मेसन ने आरोप लगने के बाद छुट्टी भी ले ली है।

सुनक पर विपक्ष हमलावर
घोटाले को लेकर बढ़ते आरोपों ने सुनक की विपक्षी लेबर पार्टी को उनपर हमला बोलना एक नया मौका दिया है। वहीं, आम चुनाव में पहले से जनमत सर्वेक्षणों में पिछड़ रही सुनक की पार्टी को ये नया झटका लगा है।

सुनक बोले- मुझे अब गुस्सा आ रहा है
सुनक ने गुरुवार को कहा कि वह अपने पार्टी सहयोगियों के खिलाफ आरोपों के बारे में सुनकर “बेहद क्रोधित” हैं। उन्होंने इसे गंभीर मामला बताया। वहीं, घोटाले में नामित कंजर्वेटिव उम्मीदवारों में से एक, क्रेग विलियम्स ने पहले ही इस गलती के लिए माफी मांग ली है और पार्टी के अभियान निदेशक टोनी ली ने अनुपस्थिति की छुट्टी ले ली है।

मंत्री ने चुनाव सट्टेबाजी की तुलना पार्टीगेट से की
दूसरी ओर सुनक के आवास मंत्री माइकल गोव ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में सट्टेबाजी के आरोपों की तुलना पार्टीगेट घोटाले से की।

उन्होंने कहा कि यह सबसे अधिक नुकसानदायक बात है। गोव 14 वर्षों तक सांसद रहने के बाद इस चुनाव से हट रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टीगेट के समय पार्टी को नुकसान हुआ था और यहां भी यह नुकसानदायक है।

बता दें कि महामारी के दौरान जब देश के बाकी हिस्से लॉकडाउन में थे, तब डाउनिंग स्ट्रीट में आयोजित पार्टियों के खुलासे पर जनता के गुस्से के बाद प्रधानमंत्री जॉनसन को 2022 में पद छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था। अब कंजर्वेटिव पार्टी का एक और वरिष्ठ नेता नवीनतम घोटाले में फंस गया है।

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