चेन्नई में कुछ लड़कों ने कार सवार महिलाओं का किया पीछा, डरावना वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें महिलाएं कार के अंदर डर के मारे चिल्ला रही हैं। वीडियो में चेन्नई का है जिसमें एसयूवी सवार कुछ पुरुषों को कार में सवार महिलाओं का पीछा करते हुए दिखाया गया है। पुरुषों की कार पर द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) पार्टी के समान झंडा लगा हुआ था।
महिलाओं को गालियां दीं
यह खौफनाक घटना 25 जनवरी की रात को चेन्नई के कनाथुर इलाके में हुई जब महिलाओं का एक समूह कार से अपने घर मुत्तुकाडु लौट रहा था। जैसे ही वे ईस्ट कोस्ट रोड पर चले, एक कार ने अचानक उनका रास्ता रोक दिया। गाड़ी में मौजूद करीब छह लोगों ने कार पर हमला किया, गालियां दीं और अश्लील टिप्पणियां कीं।
महिलाओं ने कैसे भी करके अपनी जान बचाई
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कार से एक लड़का उतरकर आता है और महिलाओं की कार को खोलने की कोशिश करता है और दरवाजा खोलने को कहता है और बदमाशों ने अपनी गाड़ी से पूरे रास्ते को जाम कर दिया। अपनी सुरक्षा के डर से, महिलाओं ने तुरंत अपनी कार दूसरी दिशा में तेज गति से चलाई।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
लोगों ने उनका उनके घरों तक पीछा किया और धमकियां देना जारी रखा। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, संदिग्धों के खिलाफ शरारत, आपराधिक धमकी और गलत तरीके से रोकने का मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी सक्रिय रूप से मामले की जांच कर रहे हैं और आरोपियों की पहचान करने के लिए काम कर रहे हैं।
पलानीस्वामी ने उठाए सवाल
इस घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रिया शुरू हो गई है। अन्नाद्रमुक महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने कहा कि महिलाओं को डराने-धमकाने की वीडियो क्लिप चौंकाने वाली है, और पूछा कि क्या ‘स्टालिन मॉडल द्रमुक सरकार’ के तहत रात के दौरान महिलाओं के घूमने के अधिकार को छीन लिया गया है?
विपक्ष के नेता ने पूछा कि क्या सत्तारूढ़ द्रमुक का झंडा महिलाओं के खिलाफ अपराध करने का लाइसेंस है। इसके अलावा, भागने वाली महिलाओं का तब तक पीछा किया गया जब तक वे अपने घर नहीं पहुंच गईं और जब उन्होंने शिकायत दर्ज कराई तो पुलिस ने उन्हें रात के समय बाहर जाने के लिए दोषी ठहराया।
द्रमुक सरकार में कानून और व्यवस्था बिगड़ गई
उन्होंने कहा कि राज्य के प्रमुख मार्ग ईस्ट कोस्ट रोड पर हुई यह घटना दिखाती है कि द्रमुक सरकार में कानून और व्यवस्था की स्थिति को पूरी तरह बिगड़ गयी है। उन्होंने प्राथमिकी दर्ज करके सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने और बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के उचित कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया।