अखिलेश यादव की जनसभा में हुआ अपमान तो पूर्व विधायक ने छोड़ी पार्टी
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले की लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में 7 मई को होने वाले मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे राजनीतिक उथल-पुथल भी तेज हो रही है। सिकंद्राराऊ विधान सभा के पूर्व विधायक अमर सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी से अपना नाता तोड़ लिया है और बसपा प्रत्याशी हेमबाबू धनगर को अपना समर्थन दे दिया है। सपा के खिलाफ बीएसपी प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने की घोषणा कर दी। पूर्व विधायक ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि सिकंदराराऊ में 29 अप्रैल को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जनसभा करने के लिए आए तो मंच पर मौजूद होने के बावजूद भी उनकी तरफ देखा तक नहीं गया। अखिलेश यादव ने सादाबाद के पूर्व विधायक देवेंद्र अग्रवाल से तो बातचीत की,लेकिन मेरी नमस्ते तक नहीं ली गई। यहां मेरा अपमान किया गया।
सपा के प्रभारी प्रदीप चौधरी ने उन्हें मंच पर भी नहीं बैठने दिया
पूर्व विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि हाथरस लोकसभा क्षेत्र के सपा के प्रभारी प्रदीप चौधरी ने उन्हें मंच पर भी नहीं बैठने दिया। जिसको लेकर उनके साथ कहासुनी भी हुई थी। मंच पर मौजूद लोगों ने मामले को शांत कराया था। ऐसे में अखिलेश यादव की सभा में उनका बहुत अपमान हुआ है। इस स्थिति में अब वह जीवन भर के लिए सपा से अपना नाता तोड़ रहे हैं। वह इस लोकसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी का समर्थन करेंगे और उसको जिताने में अपनी पूरी ताकत लगा देंगे। विधानसभा चुनाव से 6 माह पहले तय करेंगे।
सिकंद्राराऊ से दो बार विधायक रह चुके हैं अमर सिंह यादव
उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक अमर सिंह यादव सिकंद्राराऊ से दो बार विधायक रह चुके हैं। वह निर्दलीय भी एक बार चुनाव जीत चुके हैं। 29 अप्रैल को सिकंद्राराऊ क्षेत्र के नगर पालिका क्रीडा स्थल में अखिलेश यादव हुई थी जनसभा तभी मंच पर लोकसभा प्रभारी प्रदीप चौधरी द्वारा उनका अपमान किया गया था। इसी प्रकरण को लेकर पूर्व विधायक यादव ने सपा छोड़ दी है और बीएसपी प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी मैदान में कूद गए।