34 साल में 71 ट्रांसफर झेलकर अनोखी रिटायरमेंट लेने वाले IAS बने ये

इस आईएएस ने 34 साल की नौकरी में 71 ट्रांसफर झेले और बड़ी ही ‘अनोखी’ रिटायरमेंट ले ली। अब ये काम करने की तैयारी में हैं, जानिए।

अब प्रदीप कासनी रिटायरमेंट के बाद राजनीतिक पारी खेलने की तैयारी में हैं। कासनी खुद भले ही इस बात से इनकार करें, लेकिन पिछले कुछ दिनों में उनकी राजनेताओं केसाथ हुई मुलाकातें इसी तरफ इशारा कर रही हैं। शनिवार को चंडीगढ़ नौ सेक्टर में उनकी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला से मुलाकात हुई। करीब आधे घंटे की इस गुप्त मुलाकात में कासनी से उनकी हरियाणा की राजनीति को लेकर भी चर्चा हुई।
सूत्रों के मुताबिक सेवानिवृत्ति के बाद कासनी किसी न किसी राजनीतिक दल से जुड़ सकते हैं। जिसमें भाजपा नहीं होगी, हालांकि हरियाणा में सरकार बनने से पहले शुरुआती दौर में उनकी भाजपा के शीर्ष नेताओं से भी मुलाकातें हुईं थी, लेकिन अपनी बाकी बची नौकरी में भी उन्हें तबादलों का ही दंश झेलना पड़ा। अपने सेवाकाल में सियासतदानों से आहत कासनी अब खुद सियासत में आने की तैयारी कर रहे हैं।
पिछले दिनों कुरुक्षेत्र में आयोजित एक समारोह में उनकी योगेंद्र यादव से भी मुलाकात हुई थी। जिसमें हरियाणा की राजनीतिक पृष्ठभूमि को लेकर चर्चा हुई, साथ ही युवाओं और किसानों को लेकर भी उनकी मुलाकात हो चुकी है।
संघ के खिलाफ निकाली भड़ास
कासनी ने फेसबुक पर किसी गोपाल राठी के हवाले से पोस्ट शेयर की है। जिसमें लिखा है कि संघी डरपोक होते हैं। इससे पूर्व भी वे कई तरह की पोस्ट शेयर कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने जननायक ताऊ देवी लाल का स्केच भी फेसबुक पर शेयर किया है। जिसमें लिखा है कि हमारे समकालीन इतिहास की एक सम्माननीय शख्सियत। इसके अलावा भी वे अपने तंज भरे शेर और कोटस फेसबुक पर शेयर करते रहते हैं।
कासनी ने फेसबुक पर किसी गोपाल राठी के हवाले से पोस्ट शेयर की है। जिसमें लिखा है कि संघी डरपोक होते हैं। इससे पूर्व भी वे कई तरह की पोस्ट शेयर कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने जननायक ताऊ देवी लाल का स्केच भी फेसबुक पर शेयर किया है। जिसमें लिखा है कि हमारे समकालीन इतिहास की एक सम्माननीय शख्सियत। इसके अलावा भी वे अपने तंज भरे शेर और कोटस फेसबुक पर शेयर करते रहते हैं।