इमरान और उनकी पार्टी के नेताओं पर नई मुसीबत, इस मामले में होगी कार्रवाई

पाकिस्‍तान में पंजाब कैबिनेट ने राज्य संस्थानों के खिलाफ घृणित कहानी बनाने के लिए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को मंजूरी दे दी है। पाकिस्तान स्थित डॉन ने यह खबर दी।

प्रांतीय सरकार द्वारा जारी बयान के अनुसार, पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज की अध्यक्षता में पंजाब कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। लाहौर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पंजाब के सूचना मंत्री अजमा बुखारी ने कहा कि गृह विभाग ने एक जांच रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें कथित तौर पर पता चला है कि पीटीआई सदस्य (अडियाला) जेल के अंदर और बाहर दुष्प्रचार फैला रहे थे।

अजमा बुखारी ने आरोप लगाया कि पीटीआई ने दुष्प्रचार किया कि इमरान खान को किसी से मिलने की इजाजत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी संगठित प्रचार के हिस्से के रूप में नफरत फैला रही है।

डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, बुखारी ने कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार शिकायत दर्ज करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा,

देश में उत्तेजना फैलाना, देश को अस्थिर करना, देश में संस्थानों के खिलाफ नफरत फैलाना, यही इस पार्टी का कुल एजेंडा है। इमरान खान की पार्टी देश के फायदे के बारे में नहीं सोच रही है।

पिछले हफ्ते नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता ने कथित राजनीतिक भूमिका को लेकर पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठान की आलोचना की थी। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने परोक्ष रूप से अपने राजनीतिक प्रेस कॉन्फ्रेंस पर अनुच्छेद 6 के तहत इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक के खिलाफ मुकदमा चलाने का आह्वान किया।

उन्होंने यह टिप्पणी तब की जब आईएसपीआर के महानिदेशक मेजर जनरल अहमद शरीफ ने कहा कि पीटीआई के साथ कोई भी बातचीत तभी हो सकती है जब वह “देश के सामने ईमानदारी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। पीटीआई ने आईएसपीआर की प्रेस कॉन्फ्रेंस को विरोधाभासों से भरी बताया था।

इससे पहले गुरुवार को कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने इस्लामाबाद में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के केंद्रीय सचिवालय के एक हिस्से को भवन नियमों के उल्लंघन पर ध्वस्त कर दिया था, जियो न्यूज ने बताया कि पीटीआई सीडीए की कार्रवाई की कड़ी आलोचना की थी।

सीडीए ने एक बयान में कहा कि उसकी अतिक्रमण विरोधी टीम ने अवैध निर्माण और अतिक्रमण हटाने के लिए गुरुवार को एक अभियान चलाया था। ऑपरेशन रात करीब 11.30 बजे शुरू हुआ और एक घंटे में खत्‍म हो गया।

सीडीए ने कहा कि एक राजनीतिक दल द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाया जा रहा है, यह कहते हुए कि भूखंड सरताज अली नामक व्यक्ति के नाम पर आवंटित किया गया था। जियो न्यूज के अनुसार, सीडीए ने कहा कि भवन नियमों का उल्लंघन कर भूखंड पर एक अतिरिक्त मंजिल का निर्माण किया गया था।

सरकारी संस्था ने कहा कि उसने पीटीआई को नोटिस जारी किया था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जैसे ही ऑपरेशन चलाया जा रहा था। पीटीआई ने अपने कार्यकर्ताओं से तुरंत सचिवालय पहुंचने का आग्रह किया था।

पीटीआई ने कहा कि सरकार ने अवैध और अन्यायपूर्ण तरीके से कार्यालय को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। जबकि सीडीए ने कहा कि उसने पीटीआई को कई नोटिस जारी किए थे, पार्टी अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर खान ने कहा कि उन्हें सीडीए से कोई आदेश नहीं मिला है।

खान ने कहा कि सीडीए अधिकारियों को ऑपरेशन के बारे में दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था, हालांकि, वे उन्हें पेश करने में असमर्थ रहे। उन्होंने कहा,

अगर कोई अतिक्रमण हुआ होता और उन्होंने हमें पहले ही इसकी सूचना दे दी होती तो हम खुद ही उसे हटा देते।

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