जानिए मकर संक्रांति पर गंगा नदी में स्नान करने का महत्त्व –
आज मकर संक्रांति है। धार्मिक मान्यता है कि राजा भगीरथ की कठिन तपस्या से प्रसन्न होकर मकर संक्रांति के दिन मां गंगा धरती पर प्रकट हुई थी। राजा भगीरथ ने अपने पूर्वजों को मोक्ष दिलाने के लिए कठिन तपस्या की थी। मां गंगा के धरती पर प्रकट होने से राजा सगर के पुत्रों को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। इस दिन सूर्यदेव अपने पुत्र शनिदेव के घर जाते हैं। अतः मकर संक्रांति पर मां गंगा, सूर्यदेव और शनिदेव की पूजा करने का विधान है। इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से व्यक्ति के समस्त पाप कट जाते हैं। वहीं, स्नान ध्यान, पूजा, जप-तप और दान करने से सूर्य देव और शनि देव प्रसन्न होते हैं। अगर आप भी मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव और शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इन चीजों का दान करें-
-मकर संक्रांति के दिन चावल और काली उड़द की खिचड़ी बनाकर दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। आप उड़द दाल की खिचड़ी बनाकर ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को भोजन करा सकते हैं।
-इस दिन काले तिल से बनी चीजों का दान करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। इसके लिए काले तिल के लड्डु लोगों में बांटें। इससे दुर्भाग्य दूर होता है।
-मकर संक्रांति के दिन गुड़ और गुड़ से बनी चीजों का दान करने से शनिदेव समेत शुक्र देवगुरु बृहस्पति प्रसन्न होते हैं।
-घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा के नाश के लिए मकर संक्रांति के दिन नमक का दान अवश्य करें।
-शनि और राहु दोष से मुक्त होने के लिए संक्रांति के दिन ऊनी कपड़ों का दान करें।
-जीवन में सौभाग्य प्राप्ति के लिए मकर संक्रांति पर देशी घी से बने लजीज व्यंजन ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को खिलाना चाहिए।
-घर में सुख और समृद्धि पाने के लिए मकर संक्रांति पर शनिदेव को तेल चढ़ाएं।
-शनि दोष और राहु दोष को दूर करने के लिए मकर संक्रांति के दिन काली चीजों का दान करें।
सौभाग्य की प्राप्ति के लिए मकर संक्रांति के दिन गरीबों को रेवड़ी और मूंगफली खिलाएं।
10.मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने के बाद गरीब को भोजन कराएं। इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।