IIT Kanpur से बीटेक, जापान से MBA और US से PHD, कौन है Ullu App का मालिक?

केंद्र सरकार ने सॉफ्ट पॉर्न परोसने वाले 25 भारतीय एप्स को बैन कर दिया है। इनमें ALT बालाजी, उल्लू, देसीफ्लिक्स और बिगशॉट्स जैसे ऐप शामिल हैं। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा हुई, उल्लू ऐप और इसके फाउंडर विभु अग्रवाल (Ullu App Founder) की, जो अपनी कंपनी का 150 करोड़ रुपए आईपीओ तक लाने वाले थे। हालांकि, सरकार के कदम से उनका बिजनेस ठप होता नजर आ रहा है। अब सवाल यह है कि आखिर उल्लू एप का मालिक कौन है, जिसने इस एप से 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर डाली। तो चलिए जानते हैं…
ULLU App का मालिक कौन है?
उल्लू एप एक OTT प्लेटफॉर्म है, जिसके फाउंडर विभु अग्रवाल हैं। उन्होंने आईआईटी कानपुर से बीटेक और जापान से एमबीए की डिग्री हासिल की है। उन्होंने अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है। उन्होंने 30 साल पहले यानी 1995 में जेपीको इंडिया (JAYPEECO India Pvt Ltd) के नाम से अपना पहला बिजनेस शुरू किया था। यह एक स्टील प्रोडक्शन का बिजनेस था, जो टीएमटी बार बनाती थी।
इसकी शुरुआत उन्होंने एक छोटे से गांव से खी थी, लेकिन देखते ही देखते यह उत्तर भारत का सफल बिजनेस बन गया। इसके बाद उन्होंने टेक इंडस्ट्री में हाथ आजमाया। वहां भी सफलता मिलने के बाद उन्होंने मीडिया और एंटरटेनमेंट की दुनिया में कदम रखा और उल्लू एप बना डाला। हालांकि, अश्लील कंटेंट के प्लेटफॉर्म के साथ-साथ वह श्री जय प्रकाश चैरिटेबल के नाम से एक ट्रस्ट भी चलाते हैं।
10 दिन से लेकर साल भर का सब्सक्रिप्शन
उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले विभु अग्रवाल (Vibhu Agrawal) को बिजनेस में अच्छा खासा अनुभव है। उन्होंने प्रोडक्शन, टेक, हेल्थ और चैरिटेबल ट्रस्ट चलाने जैसे कई काम किए। लेकिन पहचान मिली उल्लू एप से। उन्होंने 2018 में यानी 7 साल पहले उल्लू एप को लॉन्च किया। जिस पर सॉफ्ट पॉर्न यानी बोल्ड कंटेंट पब्लिश किया जाता है। देशभर में उल्लू एफ के 11 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड्स हैं और करीब 5 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं।
इसका सब्सक्रिप्शन 10 दिन से लेकर साल भर के लिए अलग-अलग दामों पर उपलब्ध है। इस OTT प्लेटफॉर्म का 10 दिन का सब्सक्रिप्शन 90 रुपए, महीने का 126 रुपए और तीन महीने का 252 रुपए में मिलता है। जबकि साल भर का सब्सक्रिशन 792 रुपए में अवेलेबल है। रिपोर्ट्स की माने को उल्लू एप की सफलता के बाद विभु ने अतरंगी एप भी लॉन्च किया, जो काफी सक्सेस हुआ। इसके बाद उन्होंने माइथोलॉजिकल कंटेट के लिए हरी ओम ऐप भी लॉन्च किया।
उल्लू एप की कमाई और विभु अग्रवाल की नेटवर्थ?
उल्लू एप ने वित्त-वर्ष 2024 (FY2024) में 100 करोड़ का रेवेन्यू जनरेट किया। जबकि 15.14 करोड से ज्यादा का नेट प्रॉफिट कमाया। एप के फाउंडर और सीईओ विभु अग्रवाल कंपनी के जरिए 150 करोड़ का आईपीओ लाने की तैयारी भी कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर भी जमा करा दिए थे और करीब 63 लाख स्टॉक शेयर बाजार में लाने की तैयारी कर रह थे।
लेकिन बाल अधिकार आयोग ने इसके कंटेंट की आलोचना की थी। जिसके बाद कंपनी का आईपीओ (Ullu App IPO) का प्लान कैंसिल हो गया। बता दें कि साल 2023 में विभु अग्रवाल की नेटवर्थ (Vibhu Agrawal Networth) 70 करोड़ रुपए थी, जो अब बढ़कर 93 करोड़ से 100 करोड़ रुपए के आसपास है।
सरकार ने क्यों लगाया इन एप्स पर बैन?
मिनिस्ट्री ऑफ इंफॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग के मुताबिक, बैन की गई सभी ऐप्स और वेबसाइट्स पोनोग्राफिक कंटेंट समेत आपत्तिजनक ऐड दिखाते हैं। ऐसे में ये आईटी एक्ट, 2000 के सेक्शन 67 और सेक्शन 67ए, भारतीय न्याय संहिता, 2023 के सेक्शन 294 और इनडिसेंट रिप्रेजेंटेशन ऑफ वुमन (प्रॉहिबिशन) एक्ट, 1986 के सेक्शन 4 समेत कई नियमों का उल्लंघन करते हैं। यही कारण है कि इन पर बैन लगाया गया है।