अगर आप भी कमर दर्द से परेशान हैं, तो आपको इन योगासनों को जरूर करना चाहिए..
पीठ दर्द, जोड़ों का दर्द और भी कई ऐसी परेशानियां हैं, जो एक वक्त पर सिर्फ बड़े-बुजुर्गों को परेशान करती थीं लेकिन आज के वक्त में जवां लोगों को भी इनसे दो-चार होना पड़ रहा है। लंबे समय तक बैठे रहने, पॉश्चर सही न होने की वजह से पीठ दर्द की समस्या बढ़ती जा रही है। इस समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर आपको लंबे समय से पीठ में दर्द की परेशानी है, तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। इसके साथ ही कुछ योगासन भी आपकी मदद कर सकते हैं। पीठ दर्द को कम करने के लिए 3 योगासन आपको जरूर करने चाहिए। इस बारे में लाइफस्टाइल कोच और योगा ट्रेनर सिमरन कौर जानकारी दे रही हैं।
कैमल पोज या उष्ट्रासन
कैसे करें?
- इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं
- इसके बाद पीछे की ओर झुकें।
- अब अपने हाथों से एड़ियों को छूने की कोशिश करें।
- गर्दन और सिर को पीछे की ओर झुकाएं।
- अपने कमर के हिस्से को हल्का सा पुश करें।
- सामान्य तौर पर सांस लें।
- कुछ सेकेंड्स तक पोजिशन होल्ड करें।
- एड़ियों से अपना हाथ हटायें, रिलैक्स करें।
- इस प्रक्रिया को फिर से दोहराएं।
क्या होंगे फायदे?
- इसे करने में आपके शरीर का ऊपरी हिस्सा, पीठ और लोअर बैक की मसल्स शामिल होती हैं।
- इसे करने से आपके पेट स्ट्रेच आता है और साथ ही खुद को ढीला छोड़ने पर एक कम्फंर्टेबल स्ट्रेच मिलता है।
- यह लोअर बैक पेन को कम करता है।
- बेली फैट को कम करने में भी मददगार है।
- हार्ट और शोल्डर के लिए भी अच्छा है।
ब्रिज पोज या सेतु बंधासन
कैसे करें?
- सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं।
- घुटनों को मोड़ें और पैरों को फर्श पर सीधा रखें।
- टखनों को अपने हिप्स तक स्ट्रेच करें।
- पैरों और हाथों को फर्श से दबाब डालते हुए उठाएं।
- हिप्स और चेस्ट को ऊपर की ओर उठाएं।
- पीठ को झुकाएं और बैकबोन को फर्श से उठाएं
- इस बात का ध्यान रखें कि कंधे और सिर फर्श के टच में रहें।
- कुछ सेकेंड के लिए पोजिशन होल्ड करें।
क्या होंगे फायदे?
- ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है।
- तनाव (तनाव को दूर करने वाले फूड्स) और कमजोरी कम होती है।
- कमर के निचले हिस्से में मजबूती आती है।
- रीढ़ की हड्डी को जरूरी स्ट्रेच मिलता है।
चक्रासन या व्हील पोज
कैसे करें?
- पीठ के बल लेट जाएं।
- पैरों को अपने घुटनों पर मोड़ें।
- पैरों को फर्श पर मजबूती से टिकाए रखें।
- हथेलियों को ऊपर की ओर करें।
- कोहनियों पर हाथों को मोडें।
- हाथों को कंधों पर घुमाएं।
- हथेलियों को सिर के बगल में दोनों ओर फर्श पर रखें।
- सांस लें, हथेलियों और पैरों पर दबाव डालें।
- एक आर्च बनाने के लिए पूरे शरीर को ऊपर उठाएं।
- गर्दन को आराम दें।
- सिर को धीरे से पीछे की ओर गिरने दें।
क्या होंगे फायदे?
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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