साल में सिर्फ 2 महीने ही मिलता है ये फल, खा लिया तो बन जाएंगे लखपति!

भगवान ने दुनिया में कई तरह की चीजों का निर्माण किया है. आज जिन विटामिन्स और मिनरल्स को इंसान दवाइयों के जरिये बॉडी में ले रहा है, उसके लिए कई तरह के फल और सब्जियां प्रकृति ने उपलब्ध करवाई है. लेकिन इंसान समय रहते इन सारी चीजों का महत्व नहीं समझ पाता और प्राकृतिक चीजों पर निर्भर करने की जगह दवाइयों का सेवन करने लगता है. वैसे तो दुनिया में मौजूद हर फल और सब्जी में कई तरह के लाभकारी मिनरल्स और विटामिन्स मौजूद हैं, लेकिन आज हम जिस फल की बात करने जा रहे हैं, वो तो विटामिन्स की खान है.

हम बात कर रहे हैं लसोड़ा की. जी हां, सोशल मीडिया साइट कोरा पर इस फल के बारे में इतने लोगों ने पूछताछ की है कि हम इसकी जानकारी शेयर करने से खुद को रोक नहीं पाए. लसोड़ा को इंडियन चेरी, ऐसीरियन प्लम, गोंदी, निसोरा आदि कई नामों से भारत में बुलाया जाता है. इसका साइंटिफिक नाम Cordia myxa है, जो औषधीय गुणों की खान है. इस एक फल में इतने गुण होते हैं कि इसके सेवन से कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है. आइये इससे जुड़े कुछ फैक्ट्स आपको बताते हैं.

दो महीने होता है अवेलेबल
लसोड़ा गर्म जलवायु में उगता है. एशिया में थाईलैंड से लेकर सीरिया तक इसके पेड़ देखने को मिलते हैं. इसमें फल साल में सिर्फ दो ही महीने लगते हैं. जुलाई के मौसम में फल लगने शुरू होते हैं तो हरे से पकते हुए गुलाबी या तांबे के रंग के हो जाते हैं. बात अगर इसे खाने के तरीके की करें, तो अगर ये कच्चा है तो आप इसका अचार बना कर खा सकते हैं. कई लोग इसे सूखा कर इसका पाउडर बना लेते हैं. वहीं जब ये पक जाता है तो इसका स्वाद मीठा हो जाता लोग इसे एन्जॉय करते हैं.

है इतना गुणकारी
अब आपको लसोड़ा के गुणों के बारे में बताते हैं. इसके सेवन से खांसी, दमा, स्किन एलर्जी, बुखार आदि में आराम मिलता है. इसका फल मर्दाना ताकत बढ़ाने, नपुंसकता आदि दूर करने में भी मदद करता है. ना सिर्फ इसके फल में औषधीय गुण है बल्कि अगर इसकी छाल को कपूर में मिलाकर उससे मालिश की जाए, तो जोड़ों के दर्द से तुरंत आराम मिल जाता है. इसके छाल का काढ़ा भी खांसी में काफी आराम देता है. बात अगर इसकी लकड़ी की करें, तो इसका उपयोग ईमारत के निर्माण में किया जाता है. साथ ही इससे बंदूक के कुंदे भी बनाए जाते हैं. तो देखा, एक फल और उसके कितने प्रयोग. यानी आप बीमार नहीं पड़ेंगे और इस तरह डॉक्टर की महंगी फीस और दवाइयों के खर्च से बच जायेंगे.

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