अगर एनकाउंटर न होता तो गैंगस्टर विक्की गौंडर क्या करता या वह क्या करने वाला था, जानकर पैरों तले से जमीन खिसक जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, विक्की गौंडर पाकिस्तान जाने वाला था। वहां जाकर उसने आईएसआई के साथ मिलकर सबसे पहले कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाना था। इसके लिए गौंडर की पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के कुछ बडे़ लोगों से बात हो गई थी। फिर उसने अपने विरोधियों को निशाना बनाना था। पंजाब की जेलों में बंद अपने अन्य गैंगस्टर साथियों को भी छुड़वाने की योजना बनानी थी। गौंडर और लाहौरिया की सहायता पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी कर रही थी।
पंजाब पुलिस के दो बड़े अधिकारी थे गौंडर के निशाने पर
गैंगस्टर विक्की गौंडर के विभिन्न नामों पर सोशल साइट्स पर करीब 12 आईडी थीं। इसे वह खुद और उसके साथी ऑपरेट करते थे। गौंडर की फेसबुक को खंगाला तो पता चला कि वह अब सिख कौम के लिए शहादत देने की बातें कर रहा था। इसके अलावा गौंडर गैंग के निशाने पर पंजाब पुलिस के दो बडे़ अधिकारी थे। इनमें एक आईपीएस अधिकारी का नाम शामिल था।
गैंगस्टर रॉकी की हत्या करने के बाद दी थी एसएसपी को धमकी
सूत्रों के मुताबिक, बठिंडा में एसएसपी रहे आईपीएस अधिकारी स्वपन शर्मा को गौंडर ने सोशल साइट फेसबुक के जरिये धमकी दी थी। इसके बाद शर्मा ने अपनी सुरक्षा और कड़ी कर ली थी। गौंडर ने फाजिल्का के गैंगस्टर रॉकी की हत्या करने के बाद ही स्वपन शर्मा को धमकी दी थी। उसने शर्मा को रॉकी का खास दोस्त बताते हुए कहा था कि शर्मा उक्त रॉकी के इशारे पर ही उनके गैंग को खत्म करने का प्रयास कर रहा था। हालांकि उस समय एसएसपी रहे स्वपन शर्मा ने ऐसी कोई धमकी मिलने से साफ इंकार कर दिया था।
सुखप्रीत बुड्ढा ने पुलिस को बताया गौंडर के बारे में
गैंगस्टर विक्की गौंडर बीते तीन दिनों से पंजाब-राजस्थान बार्डर के गांव हिंदूमल कोट के खेतों में बने एक घर में अपने दोनों साथी प्रेमा लाहौरिया और सुखप्रीत बुड्ढा के साथ रह रहा था। खुफिया सूत्रों ने बताया कि गौंडर ने लाहौरिया के साथ एक-दो दिन में ही पाकिस्तान जाना था। उससे पहले ही गौंडर के साथी सुखप्रीत ने उससे गद्दारी करते हुए पंजाब पुलिस को सूचना दे दी।
सुक्खा की हत्या का बदला लेने के लिए की गौंडर से की गद्दारी
विक्की गौंडर को मरवाने में उसके ही साथी सुखप्रीत का अहम हाथ बताया जा रहा है। क्योंकि सुक्खा का सुखप्रीत से काफी नजदीकी थी। गौंडर ने गैंगस्टर सुक्खा काहलवां को पुलिस कस्टडी में मार दिया था। काहलवां की हत्या के बाद सुखप्रीत गौंडर के गैंग में शामिल हो गया था। वह काहलवां की हत्या का बदला लेने के लिए गौंडर के साथ मिला और ऐसे मौके की ताक में था। उसको मौका नहीं मिला तो उसने पंजाब पुलिस को सूचना देकर गौंडर का एनकाउंटर करवा दिया।
किसी के लिए हीरो, किसी के लिए विलेन था गौंडर
विक्की गौंडर के एनकाउंटर के बाद दिन भर सोशल मीडिया पर जहां शेरा खुब्बन ग्रुप के सदस्यों ने विक्की गौंडर को हीरो के रूप में पेश किया। वहीं सुक्खा काहलवां ग्रुप ने उसे विलेन दर्शाया। गौंडर के शेरा खुब्बन ग्रुप से जुड़े फैन इसे उनके लिए कभी न पूरा होने वाला घाटा बता रहे थे। वहीं सुक्खा काहलवां ग्रुप से जुड़े फेसबुक यूजर्स उसे विलेन की तरह दर्शा रहे थे।
विक्की गौंडर के रिश्तेदारी में मामा लगते बिट्टू ने एनकाउंटर टीम के इंचार्ज विक्रम बराड़ पर दोस्ती के नाम पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया। बिट्टू के अनुसार विक्की गौंडर और विक्रम बराड़ दोनों दोस्त थे। वह स्कूल टाइम के दौरान एक साथ खेलों में हिस्सा लेते रहते थे। उन्होंने बताया कि विक्रम ने विक्की को दोस्ती के नाम पर सरेंडर करने का दबाव बनाया। साथ ही उसे सरेंडर करने पर कुछ न होने देने की बात कही। उसे अपने झांसे में लेकर सरेंडर करने के लिए राजी कर लिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि विक्की के सरेंडर करने के बाद उसे मारकर एनकाउंटर दिखा डाला। विक्की ने उन्हें एनकाउंटर से कुछ दिन पहले विक्रम के कहने पर सरेंडर करने की बात कही थी। उन्होंने इस मामले में राजस्थान सरकार से मजिस्ट्रेट जांच की मांग भी की है। राजस्थान सरकार ने उन्हें जांच का विश्वास दिलाया है। उनका कहना है कि अगर इसके बावजूद सच सामने न आया तो हाईकोर्ट का सहारा लिया जाएगा।