Ice Bath किसे लेना चाहिए और किसे नहीं? नहाने से पहले जान लें जरूरी बातें

Ice Bath लेना कई लोगों की सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। आमतौर पर, वर्कआउट के बाद एथलीट और कई सेलिब्रिटी बर्फ के पानी में कुछ समय के लिए बैठते हैं। इससे उन्हें कई फायदे मिलते हैं। आज के समय में आइस बाथ का ट्रेंड तेजी से बढ़ गया है। आप भी आइस बाथ लेते ही होंगे, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि क्या ये सभी लोग कर सकते हैं?
आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको Ice Bath के फायदे तो बताएंगे ही, साथ ही ये भी जानेंगे कि किन्हें आइस बाथ लेने से परहेज करना चाहिए। आइए जानते हैं विस्तार से-
Ice Bath लेने के फायदे
आइस बाथ लेने से नींद बेहतर हो सकती है।
आइस बाथ हमारी स्किन के लिए फायदेमंद हो सकता है। बर्फ का ठंडा तापमान स्किन पोर्स को टाइट करने, सूजन को कम करने और ग्लो को बढ़ावा देकर त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है।
बर्फ के पानी से नहाने से तेजी से वजन कम होता है।
आइस बाथ लेने वालों में तनाव कम होता है।
इन लोगों को नहीं लेना चाहिए आइस बाथ
दिल के मरीज
अगर आपको पहले से दिल जुड़ी काेई बीमारी है या कार्डियक अरेस्ट की शिकायत रही है तो ऐसे में आपको इससे परहेज करना चाहिए। दरअसल आइस बाथ लेने से ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ सकता है। इससे दिल पर दबाव बढ़ सकता है। इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी दिक्कतें
अगर आपको ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी काेई दिक्कतें हैं तो आपकाे आइस बाथ लेने से बचना चाहिए। ऐसे में ब्लड वेसेल्स सिकुड़ सकते हैं। आपकी कंडीशन और खराब हो सकती है।
हाई या लो ब्लड प्रेशर के मरीज
आइस बाथ में जाने से शरीर में ब्लड प्रेशर में अचानक बदलाव होता है। अस कारण हाई ब्लड प्रेशर वालों का दबाव और ज्यादा बढ़ सकता है। लो बीपी वालों को चक्कर, सिर घूमना या बेहोशी जैसी समस्या हो सकती है।
डायबिटीज के मरीज
डायबिटीज से जूझ रहे मरीजों को हाथ-पैर का सुन्न होना या झुनझुनी जैसी समस्या होती है। इस कारण आपको भी आइस बाथ लेने से बचना चाहिए। दरअसल डायबिटीज के मरीज शरीर का तापमान गिरने का अहसास नहीं कर पाते। इससे नसों को नुकसान पहुंच सकता है।
गर्भवती महिलाएं
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को आइस बाथ करने से बचना चाहिए। ज्यादा ठंड आपके शरीर पर दबाव डाल सकती है और संभावित रूप से आपके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।