IAS की प्रतिनियुक्ति पर राजस्थान को केंद्र ने दिया झटका

राजस्थान सरकार की आपत्ति के बावजूद केंद्र ने IAS केके पाठक को दिल्ली प्रतिनियुक्ति पर बुला लिया है। वे फर्टिलाइजर विभाग में संयुक्त सचिव होंगे। राज्य से अब तक 23 आईएएस केंद्र में जा चुके हैं, जिससे अफसरों की भारी कमी है।
पिछले महीने कार्मिक विभाग के सचिव IAS केके पाठक ने दिल्ली डेपुटेशन पर जाने की अनुमति मांगी थी। पहले सरकार ने हरी झंडी दिखाई, फिर मना कर दिया। लेकिन केंद्र सरकार ने इस मामले में राज्य सरकार को झटका देते हुए केके पाठक को दिल्ली बुला लिया है। पाठक को केंद्र सरकार के फर्टिलाइजर विभाग कें ज्वाइंट सेक्रेटरी लगाया गया है। वे इसी महीने रिलीव होकर दिल्ली जाएंगे। पिछले महीने आईएएस इंद्रजीत भी प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली चले गए थे। दिल्ली स्थित संस्कृति मंत्रालय में निदेशक पद इनकी नियुक्ति की गई है।
हालांकि राज्य सरकार नहीं चाहती थी कि केके पाठक दिल्ली जाएं। इसके लिए राज्य सरकार ने पाठक को एनओसी देने से मना भी कर दिया था। लेकिन केंद्र सरकार के नियम हैं कि अखिल भारतीय सेवा के अधिकारियों को राज्य सरकार डेपुटेशन पर भेजने से मना नहीं कर सकती है। केंद्र सरकार जिस भी अफसर को डेपुटेशन पर चाहती है वह अपने संबंधित कैडर से ‘रिलीव हो जाएगा’, भले ही संबंधित राज्य सरकार इससे असहमत हो या फिर निर्धारित समय सीमा में इस पर अपनी सहमति न दें।
क्यों मची है अफसरों में भगदड़?
राजस्थान में बीते दो वर्षों में कई आईएएस अफसर केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं। केके पाठक के अलावा भी कई आईएएस अफसर कतार में हैं जो दिल्ली जाना चाहते हैं। इधर राज्य सरकार के लिए अफसरों की कमी बड़ी परेशानी बन रही है। मौजूदा सरकार में ये 10वें आईएएस हैं जिन्होंने राजस्थान छोड़कर दिल्ली का रास्ता पकड़ा है। इनसे पहले गौरव गोयल, पीसी किशन, भानू प्रकाश एटरू, अंश दीप, आशीष गुप्ता, आशुतोष ए टी पेंढनेकर, और भगवती प्रसाद कलाल भी दिल्ली का रुख कर चुके हैं। केंद्र सरकार में अब राजस्थान कैडर के प्रतिनियुक्ति पर गए आईएएस अफसरों की संख्या बढ़कर 23 हो चुकी है। वहीं 2024 से अब तक 32 आईएएस अफसर रिटायर भी हो चुके हैं। इसी साल मई में 3 आईएएस, जुलाई में 2 व अगस्त में एक आईएएस रिटायर हो चुके हैं। राजस्थान में 54 आईएएस अफसरों के बाद फिलहाल एडिशनल चार्ज है। इनमें अपेक्स लेवल के आईएएस भी शामिल हैं। इनमें ज्यादातर महकमें वह हैं जो पब्लिक डीलिंग से जुड़े हुए हैं। इनमें कई आईएएस अफसर ऐसे हैं जिनके पास 4-4 एडिशन चार्ज हैं। इनमें से ज्यादातर अफसर केंद्र में अपनी प्रतिनियुक्ति का पीरियड पूरा करने के लिए जा रहे हैं। तय समय सीमा में यदि केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर नही जाते हैं तो सीनियर स्केल में उन्हें केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति नहीं दी जाती।
20 अफसरों को पोस्टिंग का इंतजार
वहीं राज्य सरकार में आरएएस से आईएएस बने 20 अफसरों को अब तक नई पोस्टिंग का इंतजार है। राजस्थान में आरएएस से आईएएस में 16 अफसरों का प्रमोशन हुए करीब 2 महीने हो चुके हैं। वहीं अन्य सेवाओं के भी 4 अफसरों का आईएएस में प्रमोशन किए 20 दिन का समय निकल चुका है। लेकिन ये सभी अफसर अपनी पुरानी पोस्टिंग पर ही काम कर रहे हैं। इन्हें अपनी नई पोस्टिंग के लिए सरकार की तबादला सूची का इंतजार है।
आरएएस से आईएएस बने अफसर: नवनीत कुमार, सुखवीर सैनी, हरफूल सिंह यादव, राजेश वर्मा, सुरेश चंद्र, महेंद्र कुमार खींची, अजीत सिंह राजावत, अवधेश सिंह, राकेश शर्मा, जगवीर सिंह, ब्रजेश कुमार चंदौलिया, डॉ हरसहाय मीणा, जुगल किशोर मीणा, राकेश राजोरिया, ललित कुमार और डॉ. शिव प्रसाद सिंह।
अन्य सेवाओं से आईएएस बने अफसर: नितीश शर्मा, अमिता शर्मा, नरेंद्र मंघानी, नरेश गोयल अन्य सेवाओं से आईएएस बने हैं।