भोपाल में दरिंदगी का शिकार हुई छात्रा ने तोड़ी चुप्पी, बोला- आरोपियों को चौराहे पर दें फांसी

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चार लोगों की दरिंदगी का शिकार हुई छात्रा ने आज अपनी चुप्पी तोड़ते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। पीड़िता ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि वह अपने पिता के साथ एक थाने से दूसरे थाने आरोपियों की शिकायत दर्ज कराने के लिए भटक रही थी लेकिन कोई भी हमारी बात को गंभीरता से नहीं ले रहा था। पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को जिंदा नहीं छोडऩा चाहिए, उन्हें चौराहे पर उल्टा लटकाकर फांसी दे देनी चाहिए।छात्रा

राक्षसों को सजा दिलवाकर ही लेंगी दम

पीड़िता से मिलने के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनुराधा शंकर उसके घर गई। उन्होंने आरोपियों को पकडऩे में छात्रा के साहस की प्रशंसा करते हुए कहा कि अगर वह हिम्मत नहीं दिखाती तो आरोपी पकड़े नहीं जाते। इस दौरान पीड़िता ने बताया कि वह दुष्कर्म करने वाले राक्षसों से लड़ेगी और उन्हें सजा दिलवाकर ही रहेगी। उधर, शासन ने पीड़िता को तीन लाख रुपये की आर्थिक मदद और शिक्षा में पूरा सहयोग करने की घोषणा की है। 31 अक्टूबर को हबीबगंज थाना इलाके में रेलवे लाइन के पास कोचिंग क्लास से लौट रही 19 वर्षीय छात्रा को चार बदमाशों ने पहले अगवा किया और बाद में रेलवे लाइन की पुलिया के नीचे ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। 

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आरोपियों ने की थी उसे मारने की कोशिश

पीड़िता बीएससी की छात्रा है और सिविल सर्विस परीक्षा की कोचिंग ले रही है। रेप के बाद बदमाशों ने लड़की का गला दबाकर मारने की कोशिश भी की। उसके बेहोश हो जाने के बाद चारों बदमाश उसे मरा समझकर वहां से फरार हो गए। बाद में होश आने पर पीड़िता किसी तरह अपने घर पहुंची और घटना के बारे में अपने परिजनों को बताया। पुलिस से कोई मदद मिलती न देख पीड़िता अपने माता-पिता के साथ उन चार दरिंदों में से एक को खोजकर पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में सिटी एसपी, तीन इंस्पेक्टर और एक सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया था।

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