हुंडई बिना डिस्काउंट के लेकर आई IPO
हुंडई मोटर इंडिया (Hyundai Motor) का IPO पहले दिन कुछ फीका रहा। कंपनी ने बिक्री के लिए 9.89 करोड़ शेयर ऑफर किए हैं लेकिन मंगलवार को 1.80 करोड़ यानी सिर्फ 18.2% शेयरों के लिए बोली लगी। रिटेल कैटेगरी में भी पहले दिन यह 0.27 फीसदी ही सब्सक्राइब हुआ। यह इश्यू 27,870 करोड़ रुपए का है। इस हिसाब से यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ है। LIC का आईपीओ 21,008 करोड़ का था। हुंडई का आईपीओ 17 अक्टूबर को बंद होगा यानी अगले दो दिन में यह पूरा सब्सक्राइब हो सकता है लेकिन इसका प्राइस बैंड 1865-1960 रुपए प्रति शेयर है। विश्लेषकों के मुताबिक, यह दर्शाता है कि कंपनी बिना डिस्काउंट के यह इश्यू लेकर आई है। इसके चलते यह खास तौर पर रिटेल निवेशकों के लिए आकर्षक नहीं है।
आईपीओ के लिए सेबी के पास जमा कराए गए दस्तावेज (आरएचपी) के मुताबिक, लगाई गई पूंजी पर हुंडई मोटर इंडिया का रिटर्न (आरओसीई) 63% रहा है। यह मारुति सुजुकी से ढाई गुना है। इसके अलावा नेट वर्थ यानी कुल संपत्ति पर रिटर्न (ओरओएनडब्ल्यू) भी सर्वाधिक 30% है।
प्रमोटरों ने आईपीओ से पहले ₹15,000 करोड़ की पूंजी निकाली थी। इससे संदेह हुआ कि आईपीओ के पहले प्रमोटरों ने शेयर होल्डिंग क्यों कम की। निवेशकों को क्या करना चाहिए? लंबी अवधि के निवेशकों के लिए धुंडई मोटर का आईपीओ अच्छा है। मुझे लगता है कि लिस्टिंग के बाद इसमें तेजी आएगी।
प्रमोटरों ने 15,000 करोड़ निकाले, इससे संदेह हुआ
आईपीओ पूरा सब्सक्राइब हो पाएगा? अभी दो दिन बाकी हैं। बड़े आईपीओ अममून आखिरी दिन पूरा भरते हैं।
इसकी शुरुआत फीकी क्यों रही?
यह आईपीओ बिना डिस्काउंट के आया है। इसके अलावा कंपनी के प्रमोटरों ने आईपीओ से पहले ₹15,000 करोड़ की पूंजी निकाली थी। इससे संदेह हुआ कि आईपीओ के पहले प्रमोटरों ने शेयर होल्डिंग क्यों कम की।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
लंबी अवधि के निवेशकों के लिए हुंडई मोटर का आईपीओ अच्छा है। मुझे लगता है कि लिस्टिंग के बाद इसमें तेजी आएगी।