उपभोक्ताओं को बड़ी राहत, सरकार ने कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत घटाई

होटल रेस्तरां और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा उपयोग किए जाने वाले वाणिज्यिक एलपीजी की कीमत में अंतरराष्ट्रीय दरों में नरमी के अनुरूप सोमवार को 36 रुपये प्रति 19 किलोग्राम सिलेंडर की कटौती की गई है।

उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत घटा दी हैं। 1 अगस्त से LPG कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में 36 रुपए की कटौती की गई है। इसके साथ ही दिल्ली में 19 किलो वाला कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर 1976.50 रुपए का मिलेगा। पहले इस सिलेंडर की कीमत 2012.50 रुपए थी।

एक महीने में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में यह दूसरी कमी है। इससे पहले 6 जुलाई को कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम में कटौती की गई थी। इस बार रेस्तरां और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा उपयोग किए जाने वाले वाणिज्यिक एलपीजी की कीमत में अंतरराष्ट्रीय दरों में नरमी के अनुरूप सोमवार को 36 रुपये प्रति सिलेंडर की कटौती की गई। बता दें कि कीमत में यह कमी केवल वाणिज्यिक सिलेंडर के लिए मान्य है, न कि घरेलू एलपीजी सिलेंडर के लिए।

जाने कहां कितनी होगी कीमत

कीमत में कटौती होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में 19 किलोग्राम के वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमत 2,000 रुपये से नीचे आ गई है। अब दिल्ली में इसकी कीमत 1976.50 होगी। मुंबई में 19 किलो का कमर्शियल सिलेंडर अब 1972.50 रुपये के बजाय 1936.50 रुपये में उपलब्ध होगा। कोलकाता शहर में सिलेंडर की कीमत 2132 के बजाय 2095.50 रुपये होगी, जबकि चेन्नई में आज से 19 किलो के सिलेंडर की कीमत 2177.50 के बजाय 2,141 रुपये होगी। बेंगलुरु में यह 2063.50 रुपये का मिलेगा। जबकि हैदराबाद में आज से 19 किलो के सिलेंडर की कीमत 2197.50 रुपये हो जाएगी।

दरों में यह तीसरी कमी

सोमवार को एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमतों में 12 प्रतिशत की कटौती की गई। एटीएफ की कीमतें हर महीने की पहली और 16वीं तारीख को संशोधित की जाती हैं। इस वर्ष दरों में यह तीसरी कमी है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरी कच्चे तेल की कीमत

इस बीच तेल की कीमतों में सोमवार तड़के गिरावट आई। ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 0.6% गिरकर 103.34 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 97.87 डॉलर प्रति बैरल, 75 सेंट या 0.7% नीचे था। निवेशकों की उम्मीद आपूर्ति के संकट पर ओपेक और अन्य शीर्ष उत्पादक देशों के अधिकारियों की इस सप्ताह होने वाली बैठक पर टिकी है। पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन (ओपेक) और रूस सहित कुछ अन्य सहयोगी जिन्हें ओपेक प्लस के रूप में जाना जाता है, सितंबर महीने का उत्पादन कोटा निर्धारित करने के लिए सोमवार को बैठक करेंगे।

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