सुशांत केस में अभिनेत्री Rhea Chakrborty को बड़ी राहत, लुक आउट सर्कुलर नोटिस रद

शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन(CBI), स्टेट ऑफ महाराष्ट्र द्वारा दायर की गई याचिका को खारिज करते हुए एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक चक्रवर्ती को एक बड़ी राहत दी है।

सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में रिया चक्रवर्ती के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOCs) को लेकर अपील दर्ज की थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी ‘तुच्छ’ बताते हुए खारिज कर दिया है। 

सुप्रीम कोर्ट ने मामले को बताया ‘तुच्छ’

लाइव लॉ की एक खबर के मुताबिक, जस्टिस बीआर गवई और केवी विश्वनाथन की पीठ ने उनकी याचिका को मौखिक रूप से ‘तुच्छ’ बताते हुए कहा है कि ये सिर्फ इसलिए दायर किया गया है, क्योंकि आरोपी एक हाई प्रोफाइल केस है। जब सीबीआई के वकील ने मामले को आगे बढ़ाने के लिए कहा, तो न्यायधीश गवई बोले,

” हम वॉर्निंग दे रहे हैं। आप इतनी छोटी सी याचिका सिर्फ इसलिए दायर कर रहे हैं, क्योंकि वह एक हाई प्रोफाइल पर्सनल है। इसकी महंगी कीमत चुकानी पड़ सकती है”। 

क्या है ये पूरा मामला? 

साल 2020 में सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच की मांग करते हुए पटना (बिहार) के कोर्ट में रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया था। जब यह मामला सीबीआई को दिया गया, तो अभिनेता के निधन के मामले में सीबीआई ने एक्ट्रेस के परिवार के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया था।

जिसे फरवरी में बॉम्बे हाई कोर्ट ने कैंसिल कर दिया। बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सीबीआई ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक लेकर गया और वहां अपील की, जिसे उन्होंने भी खारिज कर दिया।

14 जून 2020 में हुआ था सुशांत सिंह राजपूत का निधन 

आपको बता दें कि साल 2020 में 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) ने अपनी अंतिम सांस ली थी। उनके निधन को 4 साल से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन अब तक उनकी मौत की गुत्थी नहीं सुलझ पाई है। एक्स अकाउंट (Twitter) पर फैंस आए दिन ‘दिल बेचारा’ एक्टर के लिए ‘जस्टिस फॉर सुशांत’ का ट्रेंड चलाते हैं।

जब सुशांत सिंह राजपूत का निधन हुआ था, उस वक्त रिया चक्रवर्ती उनके साथ रिलेशनशिप में थीं। सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद ड्रग्स केस में उनका नाम सामने आया था, जिसके बाद उन्हें 28 दिनों तक जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। 

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