अमेरिकी सेना के पूर्व सैनिक ने कैसे ट्रक से 15 लोगों को कुचल दिया

यूएस के न्यू ऑर्लिंन्स में नए साल का सेलिब्रेशन अचानक से मातम में बदल गया। दरअसल, न्यू ऑर्लिन्स की बर्बन स्ट्रीट पर नए साल को लेकर उत्सव का माहौल था। नए साल को सेलिब्रेट करने के लिए भारी संख्या में लोग वहां इकट्ठा थे। तभी अचानक एक हाई स्पीड पिकअप ट्रक वैन भीड़ को रौंदते हुए वहां से गुजर गई। इस हादसे में 15 लोगों की जान चली गई। वहीं कई जख्मी हो गए।

इस हादसे के बाद पुलिस और अमरिकी जांच एजेंसी FBI इसकी जांच में जुट गई। अब एजेंसी को चौंकाने वाले सबूत हाथ लगे हैं। जांच में सामने आया कि इस ट्रक वैन को शमशुद्दीन जब्बार नाम का एक शख्स चला रहा था। उसके ट्रक वैन पर आतंकी संगठन ISIS का झंडा लगा हुआ था।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो में जब्बार की सफेद पिकअप ट्रक को टेक्सास प्लेट और ISIS के झंडे के साथ कैनाल स्ट्रीट के ट्रैफिक से गुजरते हुए दिखाया गया है, और फिर बोरबन स्ट्रीट पर तेज स्पीड में टर्न लिया गया है।

एक अन्य वीडियो में, सफेद फोर्ड पिकअप ट्रक को नए साल के दिन भीड़ भरे फ्रेंच क्वार्टर से तेजी से गुजरते हुए देखा जा सकता है, जबकि पार्टी में शामिल लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं।

नववर्ष के दिन न्यू ऑर्लीन्स के भीड़ भरे फ्रेंच क्वार्टर में अपने ट्रक पर ISIS का झंडा लगाए अमेरिकी सेना के पूर्व सैनिक जब्बार ने अस्थायी अवरोधकों को पार करते हुए लोगों को कुचल दिया, जिससे 15 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए।

कौन है हमलावर शमशुद्दीन जब्बार?
FBI की जांच में पता चला है कि जिस ट्रक वैन से ये हादसा हुआ है, उसे शमशुद्दीन जब्बार नामक शख्स चला रहा था। इसकी उम्र 42 साल है। वो टेक्सास में रहता है और एक अमेरिकी नागरिक है। वो पहले अमेरिकी सेना में कार्यरत था और रिटायर हो चुका है।

मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिकी फौज में उसकी भर्ती 2007 में हुई थी। वहां वो एचआर और आईटी टीम में काम कर चुका है। उसकी पोस्टिंग अफगानिस्तान में भी हो चुकी है। वो वहां पर 2009 से 2010 के बीच मौजूद था। साल 2015 के समय उसकी पोस्टिंग रिजर्व फौज में हो गई थी। साल 2020 में वो स्टाफ सार्जेंट बना। उसके बाद उनकी रिटायरमेंट हो गई थी।

ट्रक हमले के पीछे क्या थी वजह?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की ओर से इस दुखद हमले को लेकर राष्ट्र को संबोधित किया गया। उन्होंने बताया कि ‘ये एक आतंकी हमला था। एफबीआई को जांच के दौरान ऐसे फुटेज मिले हैं जिसे शमशुद्दीन जब्बार की ओर से हमले से कुछ समय पहले सोशल मीडिया मंच पर शेयर किया गया था।

इन फुटेज और वीडियो में वो खुद को इस्लामिक स्टेट (ISIS) का समर्थक बता रहा है, वो उससे प्रभावित था। साथ ही इन फुटेज में उसने लोगों को मारने की बात भी कही थी। वहीं पुलिस ने इस हमलावर को मार गिराया है।

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