कितनी बढ़ेगी न्यूनतम सैलरी और पेंशन, ग्रेच्युटी पर क्या होगा असर?
केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के गठन को मंजूरी दे दी है। सातवां वेतन आयोग साल 2016 में लागू हुआ था। इसके बाद सरकारी कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 7,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये हुई थी। वहीं, पेंशनभोगियों की पेंशन में भी 23.66 फीसदी का भारी इजाफा हुआ था। आइए जानते हैं कि आठवें वेतन आयोग के लागू होने पर केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी और पेंशनभोगियों की पेंशन में कितनी बढ़ोतरी होगी। साथ ही, इसका ग्रेच्युटी पर क्या असर होगा।
कितनी बढ़ेगी बेसिक सैलरी?
सातवां वेतन आयोग 2016 में लागू किया गया था। इसके मुताबिक न्यूनतम 18,000 रुपये है। इस पर महंगाई भत्ता अभी 53 फीसदी मिलता है। जनवरी 2026 तक यह बढ़कर 59 फीसदी हो जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि न्यूनतम वेतन 28,620 रुपये हो जाएगा। अब सातवें वेतन आयोग की तरह अगर आठवें आयोग में भी फिटमेंट फैक्टर 2.57 रहता है, तो न्यूनतम वेतन बढ़कर 46,620 रुपये हो जाएगा। इस तरह से आठवें वेतन आयोग के बाद न्यूनतम वेतन करीब 38 फीसदी बढ़कर 46,620 रुपये हो जाएगा।
अधिकतम सैलरी कितनी होगी?
अगर सातवें वेतन आयोग की बात करें, तो हायर ग्रेड वाले सेक्रेटरी लेवल के अधिकारी की बेसिक सैलरी अभी 2.5 लाख रुपये है। इनकी सैलरी में महंगाई भत्ता नहीं जुड़ता। अगर आठवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रहता है, तो इनकी सैलरी ढाई लाख से बढ़कर 6.4 लाख रुपये (250000×2.57) हो जाएगी। वहीं, ग्रेच्युटी की अधिकतम लिमिट 30 लाख रुपये है। अगर सरकार इसमें कोई इजाफा नहीं करती, तो यह जस की तस रहेगी।
पेंशन पर क्या होगा असर?
सातवां वेतन आयोग लागू होने पर रिटायर्ड केंद्रीय कर्मचारियों की पेंशन करीब 23.66 फीसदी तक बढ़ी थी। वहीं, छठे वेतन आयोग के तहत पेंशन में 14 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। अगर फिटमेंट फैक्टर के हिसाब से देखें, तो आठवें वेतन आयोग में पेंशन करीब 34 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। मिसाल के लिए, किसी रिटायर्ड केंद्रीय कर्मचारी का बेसिक पे 50,000 हजार रुपये रहता है और इस हिसाब से उसे 25,000 रुपये महीना पेंशन मिलती है। अब इसमें 34 फीसदी का इजाफा होता है, तो यह 33500 (25000+8500) रुपये हो जाएगी।
ग्रेच्युटी में भी होगी बढ़ोतरी
नया वेतन आयोग लागू होने का असर सैलरी, पेंशन के साथ ग्रेच्युटी पर भी दिखता है, जो रिटायरमेंट या एक निश्चित अवधि के बाद नौकरी छोड़ने पर मिलती है। अभी 18,000 रुपये की बेसिक सैलरी वाले कर्मचारी को 30 साल की नौकरी के बाद करीब 4.89 लाख रुपये की ग्रेच्युटी मिलती है। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.57 के हिसाब से कैलकुलेट करें, तो यह 4.89×2.57=12.56 लाख रुपये हो जाएगी। ग्रेच्युटी का कैलकुलेशन (अंतिम बेसिक सैलरी) x (15/26)x (सेवा के साल की संख्या) के आधार पर होती है।