पंजाब में अस्पताल बना अखाड़ा: युवक ने महिला कर्मी को छेड़ा, रोकने पर बुलाए साथी
पंजाब के मुक्तसर में एक निजी अस्पताल में महिला कर्मी से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। मुक्तसर -कोटकपूरा रोड पर बाइपास पर स्थित मालवा ऑर्थो अस्पताल में एक युवक ने महिला कर्मी से छेड़छाड़ कर दी। विरोध करने पर विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी ने अपने साथियों के साथ अस्पताल के डॉक्टर और अन्य स्टाफ पर हमला कर दिया।
रविवार को सुबह करीब 11 बजे अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। युवकों द्वारा महिला कर्मी से छेड़छाड़ करने पर डॉक्टर और अन्य स्टाफ ने विरोध किया तो युवक अपने अन्य साथियों को साथ लेकर अस्पताल पहुंच गया। आरोपियों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की। आरोपी युवक अस्पताल की महिला कर्मी से उसका मोबाइल नंबर मांग रहा था।
हमलावरों ने डॉक्टर पर हमला करने का प्रयास किया गया। इस दौरान बीच-बचाव में करने आए मरीज के तीमारदार युवक से आरोपियों ने मारपीट की। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से भाग निकले। उधर, भड़के डाक्टरों की ओर से अस्पताल के बाहर रोड जाम करके धरना लगा दिया गया।
मालवा ऑर्थो अस्पताल के संचालक डॉ. अरुण जैन ने बताया कि उनके अस्पताल में कार्यरत एक महिला स्टाफ सदस्य रविवार सुबह करीब 10 बजे घर से ड्यूटी पर आ रही थी। इस दौरान एक युवक उसका पीछा करते हुए अस्पताल में आ पहुंचा। वो युवक अस्पताल की महिला स्टाफ सदस्य के साथ छेड़छाड़ करने लगा। इसको ऐसा करने से रोका तो वह भड़क गया। एक बार युवक वहां से चला गया, लेकिन कुछ ही समय बाद अपने साथियों के साथ हथियारों सहित अस्पताल में आ धमका और आते ही अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। अस्पताल के शीशे तोड़ दिए गए। आरोपियों में कुल छह से सात हमलावर थे।
हमलावरों ने अस्पताल के संचालक डॉ. अरुण जैन पर भी हमला करने का प्रयास किया, लेकिन इस बीच में उसका एक रिसेप्शन पर खड़ा कर्मचारी और एक अन्य युवक बचाव में आ गया। हमलावरों ने उन दोनों पर हमला करके घायल कर दिया। इसके बाद सूचना मिलने पर शहर के प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर भी इकट्ठे हो गए और अस्पताल के बाहर धरना लगा दिया गया।
धरना स्थल पर पहुंचे डीएसपी सतनाम सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी की पहचान कर ली गई है। उसे पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही है। जल्द ही आरोपी और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बाद डॉक्टरों ने अपना धरना खत्म किया।