अल्मोड़ा लोकसभा सीट का इतिहास, कब किसने किसको हराया?

उत्तराखंड के पांच लोकसभा क्षेत्रों में से एक अल्मोड़ा लोकसभा है। लोकसभा सीटों के परिसीमन के बाद साल 1957 में यह सीट अस्तित्व में आई। अल्मोड़ा लोकसभा का क्षेत्र चार जिलों में फैला हुआ है। ये जिले हैं- अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़। इन चार जिलों की कुल 14 विधानसभा सीटें इस लोकसभा के अंतर्गत आती हैं।
यह सीट साल 2009 से अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए सुरक्षित हो गई है। इस सीट पर 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार अजय टम्टा ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा को 2 लाख 32 हजार 986 वोटों के अंतर से हराया था। आपको बता दें कि साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस लोकसभा क्षेत्र के 14 में से 09 विधानसभा सीटों पर जीत का परचम लहराया था जबकि कांग्रेस धारचूला, पिथौरागढ़, द्वाराहाट, अल्मोड़ा और लोहाघाट विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा हुआ था।
इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में अल्मोड़ा में कुल मतदाताओं की संख्या 13 लाख 37 हजार 648 है, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 6 लाख 83 हजार 545, महिला मतदाताओं की संख्या 6 लाख 54 हजार 97 और ट्रांसजेंडर के कुल 6 मतदाता शामिल हैं।
एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2019 में इस सीट पर बीजेपी के अजय टम्टा ने 4 लाख 44 हजार 651 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं कांग्रेस के प्रदीप टम्टा 2 लाख 11 हजार 665 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर
अब एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर बीजेपी के अजय टम्टा ने 3 लाख 48 हजार 186 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं कांग्रेस के प्रदीप टम्टा 2 लाख 52 हजार 496 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि बहुजन समाज पार्टी के बहादुर राम धौनी को महज 14 हजार 150 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।
लोकसभा चुनाव 2009 के नतीजे
साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो कांग्रेस के प्रदीप टम्टा ने 2 लाख 824 वोट हासिल कर जीत का परचम लहराया था तो वहीं बीजेपी के अजय टम्टा 1 लाख 93 हजार 874 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि बीएसपी के बहादुर राम धौनी को 44 हजार 616 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे।