भारी भरकम शरीर, नहीं होते पंख, फिर भी उड़ सकते हैं हिप्पो!

दरियाई घोड़े (Hippopotamus) देखने में भले ही क्यूट लगें, मगर बेहद खतरनाक जीव होते हैं. ये इतने अप्रत्याशित होते हैं कि कब हमला कर दें, पता ही नहीं चलता. बहुत से लोग हिप्पो (Hippo can fly) के शिकार हो जाते हैं, जो अपने ताकतवर जबड़ों में दबाकर लोगों की जान ले लेता है. एक नर हिप्पो का वजन 1500 से 1800 किलो तक होता है, वहीं मादा 1300-1500 किलो तक होती है. इतना भारी वजन होने के बावजूद, हिप्पो उड़ सकते हैं! इसका दावा इंग्लैंड की एक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है.

फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के रॉयल वेटरनरी कॉलेज (Royal Veterinary College, London) के शोधकर्ताओं ने हाल ही में दरियाई घोड़ों पर एक रिसर्च (Flying Hippo research) की, जिसके बाद वो इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि हिप्पो भी उड़ सकते हैं. हालांकि, उनकी उड़ान उतनी ऊंची नहीं होती, जितना पक्षी उड़ते हैं. शोधकर्ताओं ने पाया कि जब हिप्पो अपनी फुल स्पीड में दौड़ते हैं तो बीच-बीच में कई बार ऐसा होता है कि उनके चारों पैर हवा में रहते हैं. हिप्पो 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं. जबकि इंसान के दौड़ने की स्पीड 13 किलोमीटर प्रति घंटा है.

हिप्पो को लेकर वैज्ञानिकों का बड़ा दावा
इस शोध को अंजाम देने के लिए रॉयल वेटरनरी कॉलेज के इवोल्यूशनरी बायोमेकैनिक्स के प्रोफेसर जॉन हचिन्सन और वेटरनरी स्टूडेंट एमिली प्रिंगल ने फ्लिमेंगो लैंड रिजॉर्ट में रहने वाले हिप्पो की चाल को रिकॉर्ड किया. उन्होंने 32 हिप्पो की 169 तरह की चालों को रिकॉर्ड किया. इसके अलावा जू में बंद 2 हिप्पो की चाल को भी रिकॉर्ड किया गया. फ्रोफेसर ने कहा कि हिप्पो की चाल पर पहले इतना काम नहीं किया गया कि उसके आधार पर शोध को अंजाम दिया जा सके, क्योंकि हिप्पो बेहद हिंसक जीव होते हैं, जो इंसानों पर हमला करने में परहेज नहीं करते.

दौड़ते वक्त हवा में रहते हैं हिप्पो!
शोध में पाया गया कि जहां हाथी सिर्फ चल सकता है, और गैंडा चल सकता है, धीरे रफ्तार में दौड़ सकता है और उछलते हुए तेज भाग सकता है, वहीं हिप्पो उछल-उछलकर दौड़ते हैं. हिप्पो जब अपनी फुल स्पीड में भी दौड़ते हैं, तो वो घोड़ों की तरह उछल-उछलकर भागते हैं. पर उनकी इस चाल में अनोखापन ये देखने को मिला कि वो दौड़ते वक्त अपने चारों पैरों को हवा में उठा लेते हैं. ऐसा 15 फीसदी तक दौड़ते समय होता है. ऐसा वो करीब 0.3 सेकेंड तक एक बार में करते हैं. हवा में रहने की इस कला को सिर्फ कूदना नहीं कहा जा सकता. उनकी ये चाल अन्य जीवों से काफी अलग है, इस वजह से इस शोध को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. शोध में कहा गया कि वो इतनी तेज भागते हैं, कि ऐसा लगता है कि वो उड़ रहे हैं.

Back to top button