गर्मी का सितम: कानपुर का तापमान 47.4 डिग्री, 26 की मौत…
कानपुर में गर्मी का कहर इस कदर बढ़ रहा कि चलते-चलते लोग गश खाकर गिर रहे और मौत हो जा रही है। जिले में सोमवार को 26 लोगों के शव मिले। इनमें से कोई साइकिल से चलते-चलते गिरा और दम तोड़ गया तो कोई बैठे-बैठे ही गिरा और मौत हो गई। सोमवार को 47.4 डिग्री तापमान के साथ कानपुर प्रदेश का दूसरा सबसे गर्म शहर रहा। प्रयागराज पहले नंबर पर रहा, यहां का तापमान 47.6 डिग्री रहा।
रात को ड्यूटी पर गए, सुबह सिक्योरिटी गार्ड का शव मिला
मूलरूप से फतेहपुर के डब्सोरा निवासी राम सिंह (68) श्यामनगर के सिल्वर अपार्टमेंट में सिक्योरिटी गार्ड थे। रविवार सुबह वह ड्यूटी पर गए लेकिन श्यामनगर स्थित घर नहीं पहुंचे। पत्नी व बच्चों ने अपार्टमेंट में पूछताछ की तो पता चला कि रात को ही वह आठ बजे ड्यूटी खत्म करके चले गए थे। सोमवार तड़के श्यामनगर बाईपास पर सड़क किनारे उनका शव पड़ा मिला। जाजमऊ के वाजिदपुर में ट्रांसफार्मर के पास करीब 55 साल के व्यक्ति का शव पड़ा मिला।
बैठे-बैठे गिरा युवक और मौत
हरबंश मोहाल के सुतरखाना में 25 वर्षीय युवक का शव मिला। पुलिस ने आसपास लगे कैमरे खंगाले तो पता चला कि युवक करीब साढ़े 12 बजे पश्चिम वाली गली में बैठा था। करीब 15 मिनट बाद अचानक गिर गया और मौत हो गई। रावतपुर में ऐश्वर्या अपार्टमेंट के पास एक 55 वर्षीय अधेड़ का शव मिला। वहीं, जाजमऊ के संजयनगर स्थित एमएमजेड टेनरी में काम करने वाला मूलरूप से बिहार के अररिया जिले के गय्यैरी गांव निवासी अब्दुल वदूद (24) सुबह बकरीद पर दोस्तों के साथ गया था। दोपहर को लौटकर टेनरी गेट पर पहुंचा तो गश खाकर गिर गया। अस्पताल में मौत हो गई। वहीं, बाबूपुरवा थानाक्षेत्र के जंगलीदेवी मंदिर के पास एक बुजुर्ग रामलाल का शव पड़ा मिला। झकरकटी बस अड्डे पर पूछताछ केंद्र के पास एक महिला का शव पड़ा मिला।
कुर्सी पर बैठे-बैठे तोड़ दिया, सिक्योरिटी गार्ड ने दम
तात्याटोपेनगर स्थित छत्तीरतन सोसाइटी में ड्यूटी कर रहे सिक्योरिटी गार्ड धर्मपाल सिंह (64) सोमवार शाम अपनी कुर्सी पर मृत पड़े मिले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। वह दामोदरनगर निवासी धर्मपाल प्रोटेक्टिव सर्विस नाम की सिक्योरिटी एजेंसी में नौकरी करते थे।
साइकिल से गश खाकर गिरा अधेड़, मौत
शास्त्रीनगर के रहने वाले अरविंद विश्वकर्मा (42) सोमवार को गोविंदनगर में साइकिल चलाते-चलाते गिर गए। वह लोहे की ग्रिल का काम करते थे। आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें हैलट पहुंचाया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, बांसमंडी में फरुर्खाबाद निवासी विष्णुकांत तिवारी (43) सिक्योरिटी गार्ड का शव कमरे में पड़ा मिला। उनके भाई विकास तिवारी ने बताया कि सोमवार सुबह जब वह कमरे से बाहर नहीं आए तो पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। इधर महाराजगंज के नौतनवा निवासी रवि त्रिपाठी (46) गोरखपुर धाम एक्सप्रेस से दिल्ली से लौट रहे थे। तबीयत खराब होने पर सेंट्रल पर वह उतर गए और विश्राम गृह में बैठ गए। भाई अनिल ने बताया कि जीआरपी के अनुसार विश्राम गृह में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
बंद घर में मिला अकेले रह रहे अधेड़ का दो दिन पुराना शव
रावतपुर के थारू बस्ती निवासी गिरिजा शंकर के मकान में किराए पर रहने वाले हलवाई सुनील वर्मा उर्फ भाटिया (54) का शव सोमवार को कमरे में चारपाई पर पड़ा मिला। दो दिन से बंद कमरे से बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पत्नी पम्मी ने बताया पति के शराब के लती होने के चलते वह बेटे ऋषभ के साथ काकादेव एम ब्लॉक में रहती हैं। जबकि उनका बड़ा बेटा मोंटी बर्रा में पत्नी के साथ रहता है। सोमवार सुबह उनके कमरे से बदबू आने पर पड़ाेस के रहने वाले वीरु ने उनके कमरे का दरवाजा खोला तो सुनील का शव चारपाई पर पड़ा मिला। रावतपुर थाना प्रभारी अशोक कुमार सरोज ने बताया कि दो दिन पुराना शव भीषण गर्मी की वजह से काफी हद तक सड़ चुका था।
चकरपुर सब्जी मंडी में पड़ा मिला बुजुर्ग का शव
जूही निवासी गिरजा शंकर पांडेय (55) चकरपुर मंडी में पीपे में नमकीन भरकर फेरी लगते थे। वह मूलरूप से प्रतापगढ़ के रहने वाले थे। सोमवार दोपहर में फेरी लगाते हुए मंडी में रोड नंबर 6 पर स्थित एक आढ़त के बाहर पड़े तख्त पर बैठ गए और थोड़ी देर में वही उसकी मौत हो गई।
घाटमपुर में ओवरब्रिज के नीचे मिला व्यापारी का शव
कानपुर के सरोजनीनगर निवासी राजेश शुक्ला (60) वाहनों की क्लच प्लेट सप्लाई करने का काम करते थे। रविवार को वह महोबा जाने के लिए घर से निकले थे। कारोबार के सिलसिले में रात में घाटमपुर में रुके थे। सोमवार सुबह ओवरब्रिज के नीचे उनका शव पड़ा मिला। पुलिस ने उनके पास मिले मोबाइल फोन से परिजनों को कॉल करके सूचना दी। वहीं, घाटमपुर के भदरस गांव निवासी कल्लू बाजपेई (40) रविवार को बकरियां चराने खेतों में गया था। देर शाम जब वह घर लौटा तो तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने सीएचसी घाटमपुर में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई। इसी तरह घाटमपुर के वीरपुर गांव के पास बांदा के जसपुरा निवासी राजकुमार (40) का शव सीमेंट फैक्ट्री के पास पड़ा मिला। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना दे दी।
महंत समेत दो की मौत
रेउना निवासी सुभाष चंद्र गुप्ता (50) मखौली रोड स्थित मठ में महंत थे। सोमवार को अचानक हालत बिगड़ने पर उनके भतीजे आलोक गुप्ता ने सीएचसी में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं, मुरलीपुर गांव निवासी करियल प्रसाद (75) की लू लगने से तबीयत बिगड़ गई। परिजन इलाज के लिए ले जाते, उससे पहले ही उनकी मौत हो गई।
गर्मी से छह बुजुर्गों ने दम तोड़ा
सोमवार को भीषण गर्मी के चलते भीतरगांव निवासी राजाराम (76), पालपुर निवासी रामचरण यादव (74) और श्रीराम यादव (63) की तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल पहुंचे लेकिन इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, लालपुर निवासी देवीसेवक गोस्वामी (73) ने अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं, ग्राम पंचायत इटर्रा के मजरा कल्याणपुर निवासी छेदालाल (75) बाहर गांव घेरा से जानवरों को देखने गए थे। घर लौटते वक्त उनकी मौत हो गई। शिवराजपुर के भैसऊ गांव निवासी दुलरा (80) की खेत से घर लौटते समय मौत हो गई।
हैलट पहुंचे गर्मी से परेशान 50 रोगी
हैलट इमरजेंसी में सोमवार शाम तक गर्मी की वजह से परेशान 50 रोगी भर्ती किए गए। फजलगंज के रहने वाले गुलाब बाबू (55) को सुबह चक्कर आया और बेहोश हो गए। परिजन हैलट लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसी तरह दो दिन से बुखार से जूझ रहे लालबंगला के राजेश (45) की सोमवार को मौत हो गई। सीनियर फिजीशियन डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि इमरजेंसी में 50 रोगी भर्ती हुए हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की उप प्राचार्य डॉ. रिचा गिरि ने बताया कि शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ने से शरीर में पोटेशियम, सोडियम की कमी हो जाती है। इससे इरिदमिया हो जाता है। इससे रोगी की मौत भी हो सकती है।