महिला को ‘ड्राय आई’ से शुरू हुई सेहत की समस्याएं, जांच में हुआ ऐसा खुलासा

सेहत को लेकर समस्या मामूली लगती है, पर कभी कभी असलियत मालूम होने पर वह किसी सदमे से कम भी नहीं होती है. यही कारण है कि डॉक्टर हमेशा चेताते रहते हैं कि जरा सी भी समस्या के साथ लापरवाही से काम नहीं लेना चाहिए. इसकी एक मिसाल एक अनोखे मामले में दिखने को मिली है जिसमें एक युवा मां को केवल ड्राय आई की समस्या थी, इसे उसने लंबे समय तक नजरअंदाज किया, लेकिन जांच के बाद पता चला कि उसकी जिंदगी के केल कुछ ही महीने बचे है.

22 वर्षीय रेचल बर्न्स को लगा कि वह अपनी पहली संतान, बेटी रेया का स्वागत करने के बाद इस सामान्य स्थिति से पीड़ित थी. नई माँ ने अपनी नजर में अंतर देखा और माइग्रेन जो उसे पहले से था, मार्च में बदतर हो गया. यह इतना बुरा था कि रेचल को कई दिनों तक बिस्तर पर रहना पड़ता था.

हालांकि, जब वह एक ऑप्टिशियन के पास गई तो उन्होंने उसे बताया कि उसे बस “ड्राय आई” है, जिसके लिए उसे आईड्रॉप्स दिए गए थे. लेकिन उससे  राचेल को चक्कर आने लगे थे. जब माइग्रेन ने उसे इतनी बुरी तरह जकड़ लिया कि वह एक आंख भी नहीं खोल पा रही थी,  और उसका चेहरा एक तरफ से झुकने लगा, तो राचेल को अस्पताल ले जाया गया.

रॉयल विक्टोरिया अस्पताल ने एक एमआरआई स्कैन किया, तो पता चला कि उसे डिफ्यूज मिडलाइन ग्लियोमा (DIPG) नामक कैंसरयुक्त ट्यूमर था, जो पहले ही उसकी रीढ़ की हड्डी तक फैल चुका था. राचेल को बताया गया कि उसके पास जीने के लिए बस कुछ ही महीने बचे हैं और उसके दुखी परिवार ने जीवन-विस्तार उपचार के लिए GoFundMe लॉन्च किया है.

उत्तरी आयरलैंड के बेलफास्ट की एक बच्चे की माँ को उसके लक्षणों को देखने के लगभग एक साल बाद, मई में पता चला कि उसके पास वक्त बहुत कम है. दस सनके मुताबिक डॉक्टरों ने कहा कि सर्जरी कोई विकल्प नहीं था क्योंकि ट्यूमर उसके ब्रेनस्टेम पर था. उसका हताश और दुखी परिवार अब ONC201 नामक जीवन-विस्तार उपचार के लिए धन जुटा रहा है. यह दवा जर्मनी में निजी तौर पर दी जाती है और पिछले मामलों में इसने रोगियों के जीवन को लगभग दो साल तक बढ़ाया है.

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