क्या आपने किया है महाराष्ट्र के माउंट एवरेस्ट का दीदार, जिसे देख मंत्रमुग्ध हुए आनंद महिंद्रा?
कलसुबाई पर्वत महाराष्ट्र का माउंट एवरेस्ट कहलाता है। जी हां, अगर आप इसपर चढ़ गए तो मानिए कि महाराष्ट्र में आपसे ऊपर और कुछ भी नहीं। दरअसल, हाल ही में उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने इस पर्वत श्रृंखला से जुड़ा एक वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Formerly Twitter) पर शेयर किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि “मैं कई बार इगतपुरी गया हूं, लेकिन इसे देखने की तो बात तो दूर, मुझे इस जगह और इसकी खूबसूरती के बारे में कभी सुनने को भी नहीं मिला। हमें लाइफ में एक बार जरूर यहां जाने का समय निकालना चाहिए।”
कितनी है इस पर्वत श्रृंखला की ऊंचाई?
किसी भी टूरिस्ट का मन मोह लेने वाली इस खूबसूरत पर्वत श्रृंखला की ऊंचाई समुद्रतल से करीब 5,400 फीट है। यहां की चोटी से आप बर्फ भले ही न देख पाएं, लेकिन आसपास की हरियाली और बादलों की छटा आपको असीम आनंद का अहसास जरूर करवा देगी। अगर आप भी प्राकृतिक दृश्यों के दीदार का शौक या फिर ट्रेकिंग का जुनून रखते हैं, तो भारत में ही मौजूद इस जगह पर एक बार जरूर विजिट कर सकते हैं। बता दें, माउंट कलसुबाई महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में अलोका तालुका में स्थित है और इसे ‘महाराष्ट्र का एवरेस्ट’ भी कहते हैं।
ट्रेकिंग के लिए कब करें विजिट?
माउंट कलसुबाई ट्रेकिंग का शौक रखने वाले लोगों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। आलम ये है कि यहां दिन ही नहीं, बल्कि लोग रात के वक्त भी ट्रेकिंग करते नजर आते हैं। कलसुबाई की चोटी से उगते सूरज को देखने का अहसास भी अपने आप में बेहद खास होता है, जिसके लिए यहां विजिट करना है तो जुलाई से सितंबर का महीना सबसे बढ़िया रहता है। हालांकि चढ़ाई के लिहाज से अक्टूबर और नवंबर यानी मानसून के बाद का समय ज्यादा बेहतर माना जाता है।
माउंट कलसुबाई पहुंचने के लिए…
मुंबई से माउंट कलसुबाई जाने के लिए कसारा तक के लिए लोकल ट्रेन चलती है, जिसके बाद जीप का सहारा लेकर बारी गांव पहुंचा जाता है या फिर आप पैसेंजर ट्रेन की मदद से पहले इगतपुरी भी जा सकते हैं, जहां से शेयरिंग टैक्सी आपको बारी गांव पहुंचा देगी, जो कि माउंट कलसुबाई का बेस वीलेज है।