क्या आपने कभी सुना है? MP में यहां डीएम कलेक्टर खुद बन गए टीचर
आपने अक्सर सुना होगा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक समय पर नहीं पहुंचते और इस पर जिला प्रशासन कार्रवाई भी करता है, लेकिन मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां कलेक्टर खुद शिक्षक बन गए और विद्यार्थियों को पढ़ाने लगे. जैसे ही उन्होंने पढ़ाना शुरू किया, विद्यार्थियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे कलेक्टर ने विद्यार्थियों और प्राचार्य की तारीफ की.
यह घटना बुरहानपुर जिले के नावरा की सरकारी स्कूल की है. कलेक्टर हर्ष सिंह निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उन्होंने भवन का निरीक्षण किया और करीब 10 मिनट तक विद्यार्थियों को पढ़ाया.
बच्चों को पढ़ाया
कलेक्टर हर्ष सिंह ने लोकल 18 की टीम से बात करते हुए बताया कि उन्होंने सीएम राइस स्कूल नावरा का निरीक्षण किया. इस दौरान व्यवस्थाएं अच्छी पाईं और कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों से इंग्लिश और हिंदी विषय पर चर्चा की. उन्होंने बच्चों से अंग्रेजी कविता पढ़वाई और उसका अनुवाद करवाया. विद्यार्थियों की पढ़ाई का स्तर देखकर कलेक्टर खुश हो गए और शिक्षकों की प्रशंसा की. इस स्कूल में वर्तमान में 1138 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं.
कलेक्टर हुए खुश
प्राचार्य देवदास सोनोने ने लोकल 18 की टीम से बात करते हुए कहा कि कलेक्टर हर्ष सिंह हमारे स्कूल में निरीक्षण करने आए थे. निरीक्षण के साथ-साथ उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाया और उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित किया. यह नजारा देखकर हर कोई हैरान रह गया. अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है.
अकसर हमने देखा है कि जब भी कोई कलेक्टर निरीक्षण करने पहुंचाता है, तो पूरे स्कूल में हड़कंप मच जाता है और उसके बाद कड़े कदम भी उठाते हैं, लेकिन यहां कुछ अलग ही मंजर देखने को मिला है.