हरियाणा : भाजपा की हैट्रिक में संघ ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के परिणाम इस बार सब एग्जिट पोल और लोगाें की चर्चा के उलट आए। कांग्रेस ने इस बार के चुनाव को लेकर पूरा माहौल बनाया और लाेगों की जुबान पर भी इसकी चर्चा भी रही। इन सबके बीच कांग्रेस इसको संभाल नहीं पाई। भारतीय जनता पार्टी ने इस विधानसभा चुनाव में मैदान पर काम करने के साथ ही चुनाव प्रबंधन को भी बहुत अच्छे ढंग से किया। इसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की महाभारत के युद्ध में श्रीकृष्ण के समान भूमिका रही। यही कारण रहा कि भाजपा प्रदेश के इतिहास में पहली बार स्पष्ट बहुमत लेकर हैट्रिक लगाने वाली पार्टी बन गई।

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के साथ हरियाणा में विधानसभा चुनाव की स्थिति के संबंध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक के बड़े नेताओं ने इस पर पूरा मंथन किया। इसमें पार्टी के साथ सरकार के कार्यों की समीक्षा करते हुए मैदान पर जाकर धरातल जाना। लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा बदला। इसके साथ पार्टी ने सरकार की नीतियों के साथ अन्य विषयों को जनता के बीच में ले जाने का फैसला लिया।

इनमें हिंदुत्व और बिना खर्ची-बिना पर्ची के विषय को प्रमुखता से रखा। संघ के एक नजदीकी जानकार ने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जातीय गणना की बात उठाया था। संघ ने उनकी बात का तोड़ निकाला और इस गणना का सबसे ज्यादा प्रभाव हिंदुओं पर पड़ने की बात लोगों को बताई। उन्होंने लोगों के बीच में जाकर साफ तौर पर बताया कि जातीय गणना से हिंदुओं के साथ सब जातियां कमजोर हो जाएंगी। जबकि दूसरे धर्मों में जाति के आधार पर बंटवारा नहीं होगा।

वहीं कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता अग्निवीर, खिलाड़ी और किसान आंदोलन को प्रमुखता से उठाते रहे। संघ ने लोगों के बीच जाकर किसान आंदोलन के असली कारण और इसके पीछे की राजनीति को बताया। इसके साथ बिना खर्ची-बिना पर्ची की बात को प्रमुखता के साथ रखा। इससे युवाओं के साथ उनके अभिभावक जुड़ते चले गए। इसमें जिला व शाखा स्तर के कार्यकर्ता लगे। अपने रुठों को भी मनाया और समझाया। यही बड़े फैक्टर भाजपा की तीसरी बार सरकार लाने में मददगार साबित हुए।

प्रतिक्रिया
आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख राजेश ने बताया कि प्रदेश में इस बार जाति और बिरादरी से ऊपर उठकर हिन्दुत्व को वोट दिया है। नौजवानों को प्रदेश की भाजपा सरकार में बिना खर्ची-बिना पर्ची के नौकरी मिलने से उम्मीद बढ़ी है। अब प्रदेश के युवा तैयारी कर नौकरी पाने का दम भरने लगे हैं। सही मायने में प्रदेश से क्षेत्रवाद की राजनीति को भी उखाड़ फेंका है।

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