गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग ने छापेमारी में लिंग जांच का किया पर्दाफाश

जिला प्रशासन व गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को हरियाणा के कैथल में लिंग जांच का पर्दाफाश किया। विभाग की टीम ने छापेमारी कर मौके से एक महिला डॉ. किरण और दो दलालों को रंगे हाथ पकड़ा। इनसे पोर्टेबल मशीन व 30 हजार रुपये की राशि भी मिली है। कैथल पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर तीनों लोगों के खिलाफ पीसी-पीएनडीटी (प्री-नैटल डायग्नोस्टिक टेक्निक) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। अब स्वास्थ्य विभाग लिंग जांच का नेटवर्क खंगालने में जुटा है।
 
स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि गुरुग्राम की कई महिलाएं कैथल में जाकर लिंग जांच करवाती हैं, जहां एक महिला अपने घर में ही एक पोर्टेबल मशीन के द्वारा लिंग जांच करने का काम करती है। दलालों के जरिये मरीजों को इस महिला तक पहुंचाया जाता है, जिसके बाद उनसे लिंग जांच के लिए 30 से 40 हजार रुपये की राशि वसूली जाती है।

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सूचना के आधार पर जिला उपायुक्त विनय प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन किया गया। इसमें डिप्टी सिविल सर्जन सरयू शर्मा, ड्रग कंट्रोल ऑफिसर संदीप, रेडक्रॉस सचिव श्याम सुंदर, एएसआई संजय, जोगिंदर व परमबीर शामिल थे।
टीम ने शुक्रवार सुबह नकली ग्राहक बनाकर मौके पर भेजा, जिसके बाद एजेंट ने उससे पैसे लिए और उसे लिंग जांच के लिए एक घर में ले गया। कुछ देर बाद ही टीम ने भी उसी घर में छापा मार दिया। यहां से एक महिला डॉक्टर व दो दलालों को लिंग जांच करते रंगे हाथों पकड़ा गया।
 
मौके से लिंग जांच में इस्तेमाल की जाने वाली मशीन और 30 हजार की राशि बरामद की गई है। गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की शिकायत पर कैथल पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए डॉ. किरण, एजेंट परीक्षित और विजय को गिरफ्तार कर लिया है। 

डॉ. सरयू शर्मा, डिप्टी सिविल सर्जन ने बताया कि सूचना के आधार पर टीम ने छापेमारी की। वहां एक डॉक्टर अवैध तरीके से अल्ट्रासाउंड मशीन का इस्तेमाल लिंग जांच में करती थी। टीम ने छापेमारी कर एक महिला डॉक्टर व दो एजेंट को गिरफ्तार करवा दिया है। 

 
 
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