मेक्सिको की खाड़ी अब कहलाएगी ‘गल्फ ऑफ अमेरिका’, इस पहाड़ी का नाम भी बदला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पद की शपथ लेने के बाद से एक्शन मोड में आ गए हैं। ट्रंप सरकार ने अब मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदल दिया है। आंतरिक विभाग ने कहा कि अब इसे आधिकारिक तौर पर अमेरिका की खाड़ी कहा जाएगा।
ट्रंप का आदेश उनके उस चुनावी वादे को भी पूरा करता है, जो उन्होंने अपनी कई रैलियों में किया था।
इस पहाड़ी का नाम भी बदला
ट्रंप ने मेक्सिको की खाड़ी ही नहीं अलास्का की चोटी डेनाली का भी नाम बदल दिया है। आदेश के अनुसार, अब इसे माउंट मैकिन्ले कर दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को पदभार ग्रहण करने के कुछ घंटों बाद ही कार्यकारी कार्रवाइयों के एक हिस्से के रूप में नाम बदलने का आदेश दिया, जो उनके अभियान के दौरान किए वादे को पूरा करता है।
आंतरिक विभाग ने एक बयान में कहा,
राष्ट्रपति के निर्देशानुसार मेक्सिको की खाड़ी अब आधिकारिक तौर पर अमेरिका की खाड़ी के रूप में जानी जाएगी और उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची पहाड़ी का नाम एक बार फिर माउंट मैकिन्ले होगा।
अमेरिका की विरासत को संरक्षित करने का कदम
बता दें कि अलास्का की सबसे ऊंची पहाड़ी को पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति विलियम मैकिन्ले के सम्मान में माउंट मैकिन्ले कहा जाता था, लेकिन राज्य के अनुरोध पर 1975 में इसका नाम बदलकर डेनाली कर दिया गया। इसका अर्थ कोयुकॉन स्वदेशी भाषा में ‘लंबा’ होता है। विभाग ने कहा कि नाम बदलने का ये आदेश अमेरिका की असाधारण विरासत को संरक्षित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि अमेरिकियों की भावी पीढ़ियां अपने नायकों और ऐतिहासिक संपत्तियों की विरासत को हमेशा याद रखे।
शपथ समारोह में ट्रंप ने की थी मैकिन्ले की खूब तारीफ
सोमवार को ही अपने शपथ ग्रहण समारोह में ट्रंप ने मैकिन्ले की खूब तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि मैकिन्ले एक रिपब्लिकन थे जो 1897 से 1901 तक राष्ट्रपति बने। उन्होंने हमारे देश को टैरिफ और प्रतिभा के माध्यम से समृद्ध बनाने का काम किया और वे इसी के साथ एक स्वाभाविक व्यवसायी थे जो देश को आगे ले जाना चाहता था।
बता दें कि मैकिन्ले एक विस्तारवादी युग में अमेरिका के राष्ट्रपति थे, जिन्होंने हवाई, गुआम और प्यूर्टो रिको पर अधिकार पाया था।हवाई बाद में एक अमेरिकी राज्य बन गया। जबकि ट्रंप अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण को यह निर्देश दे सकते हैं कि वह मेक्सिको की खाड़ी को कैसे दर्शाएं। हालांकि, इस तरह के नाम परिवर्तन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलने की संभावना नहीं है।