गोरखपुर: कल आएंगी राज्यपाल,MMMUT और DDU के दीक्षांत में होंगी शामिल

 राज्यपाल एवं कुलाधिपति आंनदीबेन पटेल बृहस्पतिवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय और दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए गोरखपुर आएंगी। दोनों विश्वविद्यालयों में कार्यक्रम की अध्यक्षता करने के बाद 30 अगस्त को लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगी।

कुलाधिपति 29 अगस्त को सुबह एयरपोर्ट पर सुबह 10:45 बजे उतरने के बाद सीधा एमएमएमयूटी पहुंचेंगी। कुलाधिपति, मुख्य अतिथि इसरो के पूर्व वैज्ञानिक एस नंबी नारायणन व विशिष्ट अतिथि प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल के परिधान अलंकरण के बाद करीब 11:04 बजे शैक्षणिक शोभायात्रा शुरू होकर 11:06 बजे बहु उद्देश्यीय भवन में आगमन होगा। इसके बाद वंदे मातरम, पर्यावरण संरक्षण पर गीत और कुलगीत का गायन होगा।

11:15 बजे कुलाधिपति दीक्षांत के आरंभ की घोषणा करेंगी। दीक्षांत के मंच से ही 20 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कुलाधिपति किट प्रदान करेंगी।

ग्रामीण बच्चों की प्रतियोगिता के परिणाम जारी
एमएमएमयूटी की ओर से गोद लिए गांवों के प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालयों के बच्चों के बीच हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के परिणाम जारी कर दिए गए हैं। एनएसएस के समन्वयक डॉ. अवधेश कुमार के अनुसार कक्षा तीन से पांच के वर्ग में चित्रकला में जंगल सिकरी के रितेश प्रथम, रायगंज की दीक्षा यादव द्वितीय और जंगल अयोध्या प्रसाद की अंशिका भारती तृतीय स्थान पर रहीं।

भाषण में बेलवार की सुधा, जंगल सिकरी के चंदन व जंगल रामलखना की कुमकुम, कहानी कथन में रायगंज की अंशिका, डुमरी खुर्द से रोशना व जंगल सिकरी स्कूल के आर्यन क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे। इसी तरह कक्षा छह से आठ तक के छात्रों के वर्ग में चित्रकला में रामलखना की शिवांगी यादव, रायगंज की पायल चौधरी और जंगल अयोध्या प्रसाद की सलोनी निषाद, भाषण में रामलखना की निक्की कुमारी, जंगल अयोध्या प्रसाद के अभिषेक निषाद व बेलवार के प्रिंस ठाकुर, कहानी कथन में बेलवार की आराध्या, रामलखना से रंजन निषाद व जंगल अयोध्या प्रसाद से शशि पाण्डेय क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे।

डीडीयू में सीता अशोक का पौध लगाएंगी कुलाधिपति
डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय के 43वें दीक्षांत समारोह का शुभारंभ कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की ओर से पौधरोपण कार्यक्रम से होगा। कुलाधिपति भारतीय पौराणिक कथाओं और पारंपरिक चिकित्सा में महत्व वाली एक लुप्त प्राय प्रजाति सीता अशोक वृक्ष (सारका असोका) का कुलाधिपति वाटिका में रोपण कर समारोह का शुभारंभ करेंगी।

कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि पौधरोपण समारोह न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि हमें हमारे सांस्कृतिक और पारंपरिक मूल्यों के साथ भी जोड़ता है। सीता अशोक वृक्ष का इस वर्ष का चयन हमारी सांस्कृतिक कथाओं का सम्मान करते हुए लुप्त प्राय प्रजातियों को संरक्षित करने के हमारे मिशन के अनुरूप है।

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