YouTube कर रहा है नए ‘प्ले समथिंग’ बटन की टेस्टिंग
Google के स्वामित्व वाला YouTube दुनियाभर में एक पॉपुलर वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म है। कंपनी समय-समय पर प्लेटफॉर्म को इंप्रूव और यूजर्स के एक्सपीरिएंस को बेहतर बनाने के लिए नए फीचर्स ऑफर करता है। इसी क्रम में कंपनी अब एक नए प्ले समथिंग फीचर को टेस्ट कर रही है। आइए जानते हैं YouTube के इस नए फीचर बारे में ज्यादा डिटेल।
YouTube दुनियाभार में एक बेस्ट वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म है। लेकिन, कभी-कभी आपको सही वीडियो खोजने में परेशानी हो सकती है। ऐसे में इस एंडलेस स्क्रॉलिंग की समस्या को खत्म करने के लिए, YouTube कथित तौर पर एक नए ‘प्ले समथिंग’ फ्लोटिंग एक्शन बटन की टेस्टिंग कर रहा है।
9to5Google की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, नया ‘प्ले समथिंग’ बटन ब्लैक बैकग्राउंड और बॉटम बार के ठीक ऊपर व्हाइट टेक्स्ट के साथ दिखाई देता है। रिपोर्ट के मुताबिक बटन पर टैप करने से शॉर्ट्स प्लेयर में एक रैंडम वीडियो शुरू होता है। ये बटन पोर्ट्रेट मोड में रेगुलर कंटेंट भी चला सकता है, जिसमें स्क्रीन के दाईं ओर लाइक, डिसलाइक, कमेंट और शेयर बटन दिखाई देते हैं, साथ ही प्लेयर के निचले हिस्से में टाइमलाइन स्क्रबर भी होता है।
जब भी मिनीप्लेयर एक्टिव होता है तो प्ले समथिंग बटन गायब हो जाता है। यह पहली बार नहीं है जब YouTube ने ‘प्ले समथिंग फीचर’ के साथ एक्सपेरिमेंट किया है। साल 2023 में, एक Reddit यूजर ने एक बैनर देखा जिसमें लिखा था, ‘क्या देखना है यह तय नहीं कर पा रहे हैं?’ और नीचे की तह ‘प्ले समथिंग बटन’ दिखाई दे रहा था।
फिलहाल ये साफ नहीं है कि नया ‘प्ले समथिंग’ बटन सभी यूजर्स के लिए कब उपलब्ध कराया जाएगा। लेकिन ऐसा लग रहा है कि गूगल को खुद अभी भी यह तय करने का प्रयास कर रहा है कि उन्हें इसे जारी रखना चाहिए या नहीं।
इस साल की शुरुआत में अक्टूबर माह में यूट्यूब ने घोषणा की थी कि वह कई नए इंप्रूवमेंट्स और फीचर्स जारी करने जा रहा है, जिनमें प्लेलिस्ट के लिए थंबनेल सेट करना, स्लीप टाइमर सेट करना और रीडिजाइन किया गया मिनी-प्लेयर शामिल है।
नहीं चलेगा क्लिकबेट
YouTube से जुड़ी दूसरी खबर की बात करें तो प्लेटफॉर्म ने हाल ही में घोषणा की थी है कि वह मिसलीडिंग टाइटल और थंबनेल वाले वीडियो पर नकेल कसेगा। दरअसल कंपनी ये सुनिश्चित करना चाह रही है कि दर्शकों को प्लेटफॉर्म पर आने पर एक भरोसेमंद अनुभव मिले। खास तौर पर न्यूज और करेंट इवेंट्स वाले कंटेंट्स के लिए। इन प्रयासों के तहत YouTube उन वीडियोज के खिलाफ सख्ती बढ़ाने की तैयारी कर रहा है जिनके टाइटल या थंबनेल में कुछ ऐसा वादा किया गया है जो रियल वीडियो में नहीं है। इससे यूजर्स को सही कंटेंट देखने को मिलेंगे।