एयर इंडिया यात्रियों के लिए गुड न्यूज! 60 नए ट्रैवल रूट खुले

एयर इंडिया ने विदेश में घूमने-फिरने के शौकीनों के लिए बड़ी घोषणा की है। अब एयर इंडिया के यात्रियों को 12 भारतीय शहरों और 26 यूरोपीय शहरों के बीच यात्रा करने की नई सुविधा मिलेगी। इसके लिए एयर इंडिया ने जर्मन एयरलाइन लुफ्थांसा, ऑस्ट्रियन एयरलाइंस और स्विस इंटरनेशनल एयरलाइंस के साथ कोड शेयरिंग समझौते को विस्तार दिया है। इससे यात्रियों को अधिक कनेक्टिविटी और आसान ट्रांसफर की सुविधा मिलेगी।

एयर इंडिया की नई अंतरराष्ट्रीय साझेदारी

एयर इंडिया ने घोषणा की कि उसने ऑस्ट्रियन एयरलाइंस के साथ एक नया कोड शेयरिंग समझौता किया है। साथ ही, लुफ्थांसा और स्विस एयरलाइंस के साथ मौजूदा समझौतों का विस्तार किया गया है। इस समझौते का फायदा यात्रियों को यह होगा कि वे एयर इंडिया की फ्लाइट बुक कराकर भी इन विदेशी एयरलाइंस के रूट्स का लाभ उठा सकेंगे। इससे यूरोप और अन्य इंटरनेशनल डेस्टिनेशन तक सफर और भी आसान हो जाएगा।

इस नए करार के बाद, एयर इंडिया, लुफ्थांसा और स्विस एयरलाइंस के बीच कोड शेयरिंग रूट्स की संख्या 55 से बढ़कर लगभग 100 हो गई है।

कौन-कौन से नए रूट्स होंगे कवर?

नए कोड शेयरिंग समझौते के तहत यात्रियों को भारत के 12 प्रमुख शहरों और यूरोप के 26 शहरों के लिए यात्रा करने की सुविधा मिलेगी।

भारतीय शहर: दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद, पुणे, कोच्चि, त्रिवेंद्रम, लखनऊ, जयपुर।

यूरोपीय शहर: वियना, ज्यूरिख, फ्रैंकफर्ट, म्यूनिख, बर्लिन, डसेलडॉर्फ, स्टटगार्ट, जिनेवा, ब्रुसेल्स, प्राग, वाशिंगटन डीसी, टोरंटो आदि।

एयर इंडिया की इंटरनेशनल फ्लाइट्स होंगी डबल

एयर इंडिया ने अगले तीन वर्षों में अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को दोगुना करने की योजना बनाई है। अभी एयर इंडिया सालाना 313 इंटरनेशनल फ्लाइट ऑपरेट करती है। इसे जल्द ही दोगुना किया जाएगा, ताकि लंबी दूरी के अंतरराष्ट्रीय मार्केट में एयर इंडिया की मौजूदगी मजबूत हो सके।एयर इंडिया के सीसीओ (Chief Commercial Officer) निपुण अग्रवाल ने कहा, “इस साझेदारी से हमारे ग्राहकों को लुफ्थांसा ग्रुप की फ्लाइट्स पर यूरोप में पहले से ज्यादा डेस्टिनेशंस पर ट्रैवल करने की सुविधा मिलेगी।”

अंतरराष्ट्रीय बाजार में दबदबा बढ़ाने की कोशिश

भारत से विदेश यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी को देखते हुए भारतीय विमानन कंपनियां भी अपने अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का विस्तार कर रही हैं।

भारतीय एयरलाइंस का अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा में हिस्सा अब 46 फीसदी हो गया है।
जनवरी-सितंबर 2024 में भारतीय एयरलाइंस ने 2.4 करोड़ यात्रियों को सफर कराया।
एयर इंडिया (टाटा ग्रुप) का एविएशन मार्केट में हिस्सेदारी 28 फीसदी है।
75 से ज्यादा विदेशी एयरलाइंस भी भारत से यात्रियों को ट्रांसपोर्ट कर रही हैं।

यात्रियों को कैसे होगा फायदा?
अधिक कनेक्टिविटी: नए कोड शेयरिंग समझौते के तहत, यात्रियों को ज्यादा विकल्प मिलेंगे।
बेहतर ट्रांजिट सुविधा: इंटरनेशनल ट्रांसफर अब अधिक आसान और सुविधाजनक होगा।
समय की बचत: ज्यादा डायरेक्ट और कनेक्टिंग फ्लाइट ऑप्शंस मिलेंगे।
सस्ती टिकट दरें: कोड शेयरिंग के चलते टिकट्स की कीमतों में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे यात्रियों को फायदा मिलेगा।

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