गोंडा: दुर्गा प्रतिमा विसर्जन में दो श्रद्धालु डूबे, गोताखोरों ने शुरू की तलाश
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान नदी के गहरे पानी में डूबे दोनों श्रद्धालुओं के शव की खोजबीन जारी है। रविवार की सुबह राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पीएसी की फ्लड कंपनी ने मोर्चा संभाल लिया है। छपिया के थानाध्यक्ष कृष्णगोपाल राय भी पुलिस टीम के साथ मौके पर सर्च अभियान में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि बस्ती का सीमावर्ती क्षेत्र होने के चलते पड़ोसी जिले की टीम की मदद ली जा रही है। एसडीआरएफ और फ्लड कम्पनी गहरे पानी के दोनों के शव की तलाश कर रही है। फिलहाल अभी सफलता नहीं मिली है।
शनिवार की रात गोंडा जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जित करने गए किशोर समेत दो लोगों के डूब जाने से जश्न पूरी तरह गम में बदल गया था। छपिया थाना क्षेत्र के मानिकपुर जंगल के पास पिपरही घाट पर नदी में मूर्तियों के विसर्जन में दो श्रद्धालु डूब गये हैं। अभी दोनों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस दोनों की तलाश स्थानीय गोताखोरों से करा रही है।
छपिया क्षेत्र में रखी गईं मूर्तियों को विसर्जन के लिए पिपरही घाट पर श्रद्धालु लेकर आए थे। शाम करीब आठ बजे अचानक पता चला कि दो श्रद्धालु विर्सजन के दौरान गहराई में चले गये और नदी में डूब गये हैं। जिसमें एक की उम्र लगभग 16 वर्ष और दूसरे की उम्र लगभग 27 साल बताई जा रही है। दोनों फुटहिया बाजार के रहने वाले हैं। स्थानीय गोताखोर नदी में युवकों को ढूंढ़ रहे हैं। मौके पर पुलिस फोर्स तैनात है।
एसडीएम मनकापुर यशवंत राव ने बताया कि नदी में दो श्रद्धालुओं के डूबने की सूचना मिली है। नदी में तलाश की जा रही है।
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान नदी के गहरे पानी में
डूबेडूबे हुए युवकों की हुई पहचान
पिपराही घाट पर मनवर नदी में डूबे युवकों की पहचान हो गई है। दोनों श्रद्धालु सत्यम विश्वकर्मा पुत्र मनीराम और अमरजीत गुप्ता पुत्र भगवानदीन डूबे थे। दोनों महुली खोरी फुटहिया बाजार के निवासी थे। छपिया कृष्णगोपाल राय ने बताया पुलिस व प्रशासन द्वारा लोगों को मनवर नदी में उतरने से मना करने के बावजूद तीन लोग नदी में उतर गए थे। इसमें एक को मौके पर एक बचा लिया गया जबकि दो अन्य डूब गए जिनकी तलाश जारी है।