गोंडा : 3.78 करोड़ की टेंडर प्रक्रिया में घपले की जांच शुरू
जिला महिला अस्पताल का कायाकल्प व उपकरणों की खरीद प्रक्रिया टेंडर खुलने से पहले ही विवादों में घिर गई। समाचार पत्रों में विज्ञापन (विज्ञापन) प्रकाशित कराए बिना ही 3.78 करोड़ का टेंडर आमंत्रित करने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की गई। डीएम ने सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा व मुख्य कोषाधिकारी श्यामलाल जायसवाल को जांच सौंपी है।
नवाबगंज के लौव्वावीरपुर निवासी अशोक तिवारी ने शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि जिला महिला अस्पताल में कायाकल्प व उपकरणों की खरीद के लिए शासन की ओर से 3.78 करोड़ की धनराशि भेजी गई है। इसकी टेंडर प्रक्रिया मानक पूरा किए बिना ही शुरू कर दी गई। निविदा की जानकारी के लिए समाचार पत्रों में गजट तक नहीं कराया गया। नतीजा ये रहा कि जिम्मेदारों की चहेती फर्मों ने ही टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया। शिकायतकर्ता के अनुसार वाराणसी की तीन फर्म ही टेंडर प्रक्रिया में शामिल हुईं। अब इसमें से किसी एक को ठेका मिलना तय माना जा रहा है।
भदोही में प्रमुख सचिव के निर्देश का दिया हवाला
शिकायतकर्ता ने डीएम को लिखे पत्र में भदोही के महाराजा चेत सिंह जिला चिकित्सालय में हुए टेंडर प्रक्रिया पर प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) के निर्देश का हवाला दिया। कहा कि इसी प्रवृति के टेंडर को लेकर राज्यपाल के निर्देश पर प्रमुख सचिव ने उच्चस्तरीय जांच कराने का निर्देश दिया था।
मानक का रखा गया पूरा ध्यान
जैम पोर्टल एक सार्वजनिक सरकारी वेबसाइट है जिस पर कोई भी प्रतिभागी मानक को पूरा कर निविदा के लिए आवेदन कर सकता है। इसमें गजट कराने की जरूरत नहीं होती है। टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने वाली फर्माें में से सबसे कम कीमत व गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति देने वाली फर्मों का ही चयन किया जाएगा। -डॉ. देवेंद्र सिंह, सीएमएस महिला अस्पताल