गोंडा : रिश्वत लेते ब्लॉक लेखा प्रबंधक गिरफ्तार
देवीपाटन मंडल के एंटी करप्शन थाने की ट्रैप टीम ने शुक्रवार को सीएचसी तरबगंज में तैनात ब्लॉक लेखा प्रबंधक (बीएएम) को पांच हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ दबोच लिया, जबकि रिश्वतखोरी में शामिल स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी (एचईओ) मौके से भाग निकला। दोनों ने सीएचसी क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता से ड्यूटी लगाने के लिए रिश्वत मांगी थी। पकड़े गए बीएएम से पूछताछ में रिश्वत के खेल में स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी की संलिप्तता पाए जाने पर ट्रैप टीम के प्रभारी ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। फरार एचईओ की तलाश में टीम लगी है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत ब्लॉक लेखा प्रबंधक (बीएएम) के रूप में साल 2011 के बैच में रामप्रकाश मौर्य की नियुक्ति हुई थी। वह अयोध्या के रौनाही थाना क्षेत्र अंतर्गत सीबार गांव का मूल निवासी है। एंटी करप्शन थाने के प्रभारी निरीक्षक धनंजय सिंह ने बताया कि तरबगंज के खजुरी गांव में तैनात आशा सरोज सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी। आशा का आरोप है कि सीएचसी तरबगंज में तैनात बीएएम रामप्रकाश मौर्य ड्यूटी लगाने के लिए उनसे आए दिन घूस की मांग करते हैं। शिकायत के बाद बीएएम को दबोचने की रणनीति तैयार की गई। शुक्रवार दोपहर 12.40 बजे तरबगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन में आशा सरोज सिंह बीएएम को रुपये देने पहुंचीं। जहां केमिकल लगे 5000 हजार रुपये नकद रिश्वत लेते बीएएम रामप्रकाश मौर्य को रंगे हाथ टीम ने दबोच लिया। कड़ाई से पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी (एचईओ) नरेंद्र प्रताप सिंह भी रिश्वतखोरी में संलिप्त है।
ट्रैप टीम प्रभारी ने ब्लॉक लेखा प्रबंधक रामप्रकाश मौर्य व स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी नरेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया है। बताया कि फरार एचईओ की तलाश की जा रही है। टीम में निरीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह, कॉन्स्टेबल अनिल कुमार, राजकुमार, वीरेंद्र तिवारी, अखिलेश गुप्ता, अंकित श्रीवास्तव व पुष्पेंद्र कुमार शुक्ल शामिल रहे।
आज गोरखपुर स्थित कोर्ट में होगी पेशी
एंटी करप्शन टीम के मुताबिक रिश्वतखोरी के आरोपी बीएएम रामप्रकाश मौर्य को शनिवार को गोरखपुर की भ्रष्टाचार निवारण अदालत में पेश किया जाएगा। उसे शनिवार सुबह गोरखपुर कोर्ट ले जाया जाएगा।