गोंडा: ऐसी प्रयोगशाला जहां दूसरे गांव से अंतरिक्ष का ज्ञान सीखने आते हैं छात्र

वजीरगंज ग्राम पंचायत में पहली बार प्रधान चुने गए सुशील जायसवाल ने गांव के बच्चों को कान्वेंट की तर्ज पर बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। कंपोजिट व अंग्रेजी मीडियम स्कूल में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही छात्रों को अंतरिक्ष (स्पेस) का ज्ञान उपलब्ध कराने के लिए प्रयोगशाला की स्थापना कराई है। देवीपाटन मंडल की पहली स्पेश लैब में दूसरे गांव के छात्र भी अंतरिक्ष का ज्ञान सीखने के लिए आते हैं। गांव में बस अड्डा, पंचायत भवन, डाइनिंग शेड, ठोस व प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था की गई है। वर्ष 2023 में ग्राम पंचायत मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार मिला है।
प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत बनाने की पहल
दस हजार जनसंख्या वाली ग्राम पंचायत में विकास कार्यों के साथ-साथ साफ-सफाई की निरंतर निगरानी कराई जाती है। युवा प्रधान सुशील जायसवाल ने पब्लिक को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही गांव को प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत बनाने की पहल की है, इसके लिए प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट की स्थापना कराई गई है। गांव के परिषदीय स्कूल में अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाई की व्यवस्था कराई है। वजीरगंज ब्लाक की इस ग्राम पंचायत में सरकारी पंचायत भवन सुविधायुक्त होने के साथ-साथ सफाई में भी बेहतर है। गांव में ही लोगों को बैकिंग की सुविधा मिल रही है। जनसेवा केंद्र के माध्यम से सरकारी योजनाओं के आनलाइन आवेदन कराने के साथ ही अन्य लाभ दिलाए जाते हैं।
अंतरिक्ष लैब में 42 संयंत्रों के सक्रिय माडल उपलब्ध
अंतरिक्ष लैब में चंद्रयान, मंगलयान, राकेट, चेतक, पुष्पक, गगन, पवन, जटायु, गरुड़, वायुयान एयरक्राफ्ट सहित 42 संयंत्रों के माडल उपलब्ध हैं। अलग-अलग तरीके के रोबोट, ड्रोन रोवर को भी स्थापित किया गया है। स्पेस लैब के निर्माण पर सात लाख 30 हजार रुपये खर्च किए गए हैं। अंतरिक्ष वैज्ञानिक गोविंद यादव ने बताया कि प्रयोगशाला में एक साथ 30 से अधिक छात्र-छात्राओं के बैठने की सुविधा है। एक दिन में तीन बैच का संचालन कर सौ बच्चों को प्रशिक्षित किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि एजुकेशन ट्रिप के लिए विद्यालय में छठवीं से आठवीं तक के बच्चों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। मेरिट के आधार पर सात बच्चों का चयन किया जाएगा। चयन के बाद विद्यालय के शिक्षक व बच्चों को कस्बे स्थित प्रयोगशाला जाया जाएगा। बच्चे यह जान सकेंगे कि अंतरिक्ष विज्ञान के तहत क्या-क्या कार्य होते हैं ? राकेट लांचिंग, मंगलयान, चंद्रयान के विषय में जानकारी हासिल कर सकेंगे। अंतरिक्ष विज्ञान की पढ़ाई करने वाले 15 छात्रों को प्रतिवर्ष नासा कुछ दिनों के अध्ययन के लिए भेजा जाएगा, जिसमें वजीरगंज के बच्चे शामिल भी शामिल होंगे।
गांव के बच्चों को परिषदीय स्कूल में कान्वेंट की तर्ज पर शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ ही अंतरिक्ष से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध कराने के लिए प्रयोगशाला की स्थापना कराई गई है। यहां दूसरे स्कूल के छात्र भी सीखने के लिए आते हैं। मुख्यमंत्री पुरस्कार मिलने से हाैसला बढ़ा है।- सुशील जायसवाल, प्रधान वजीरगंज