गोंडा: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में अब ग्राम प्रधान बताएंगे लाभार्थियों का काम

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में अब लाभार्थियों का काम ग्राम प्रधान बताएंगे। प्रधान के सत्यापन के बाद ही विभाग पात्र आवेदकों को योजना का लाभ देगा। इसके लिए उपायुक्त उद्योग की ओर से पंचायतराज विभाग से प्रधानों की लाॅगइन आईडी बनवाने के लिए अनुरोध किया गया है। इस योजना के तहत जिले में 18 तरह के काम में लगे लोगों को उपकरणों की खरीद के लिए वाउचर व लोन के लिए प्रावधान किया गया है। ताकि श्रमिक अपने काम को समुचित ढंग से करके लाभ कमा सकें।
पिछले 17 सितंबर को पूरे देश में एक साथ पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की गई थी। इस दौरान 18 तरह के काम में लगे कामगारों से आवेदन मांगे गए थे। मगर पोर्टल तकनीकी कारणों से नहीं चल पा रहा था। तकनीकी खामी को दूर कर फिर से आवेदन शुरू किया गया। इस दौरान जनसेवा केंद्रों से आवेदन करना होगा।
अधिकारियों ने बताया कि आवेदन के बाद ग्राम प्रधान को सत्यापन करना है। इससे पहले प्रधानों की लॉगइन आईडी बनाई जाएगी। ग्राम प्रधान ही आवेदक कामगारों का काम बताएंगे। इसके बाद योजना का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में चल रही मुख्यमंत्री श्रम सम्मान योजना में साक्षात्कार के जरिए कमेटी तय करती रही है। मगर इस योजना में प्रधानों के माध्यम से सत्यापन के बाद टूलकिट व ऋण दिया जा सकेगा।
1500 का लक्ष्य निर्धारित
योजना के लिए जिले को 1,500 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए अब तक 499 आवेदन आए हैं। अधिकारियों ने बताया कि 1,192 पंचायतों के प्रधानों की आईडी के लिए सीडीओ के माध्यम से डीपीआरओ से अनुरोध किया गया है। अब तक चार प्रधानों की आईडी जनरेट की गई है। योजना के तहत 15 हजार रुपये टूलकिट खरीदने के लिए दिए जाने हैं।
18 तरह के कामगारों को दिया जाएगा लाभ
प्रशिक्षण के बाद कामगारों को टूल किट खरीदने के लिए 15 हजार रुपये का ई-वाउचर दिया जाएगा। 18 तरह के कामगारों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रधानों की आईडी जनरेट करने के लिए अनुरोध किया गया है।