गाजियाबाद-नोएडा समेत देश के 73% शहरों की हवा सर्दियों में रही प्रदूषित, दिल्ली की सबसे ज्यादा

सर्दियों के दौरान गाजियाबाद, नोएडा समेत देश के 73% शहरों की हवा प्रदूषित रही। अधिकतर शहरों में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर रहा। सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (सीआरईए) की ‘विंटर एम्बिएंट एयर क्वालिटी स्नैपशॉट फॉर इंडिया’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, देश के लगभग 73 फीसदी शहरों में पीएम 2.5 का स्तर राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता मानकों से अधिक था। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार इस दौरान देश का कोई भी शहर स्वच्छ वायु गुणवत्ता की श्रेणी में नहीं था।
यह इंगित करता है कि ठंड के मौसम में भारत के अधिकतर शहरों की वायु गुणवत्ता स्वास्थ्य के लिए हानिकारक थी। सीआरईए ने 238 शहरों की वायु गुणवत्ता के आंकड़ों का अध्ययन किया, जिसमें पता चला कि 1 अक्तूबर 2024 से 28 फरवरी 2025 के बीच 173 शहरों में पीएम 2.5 का स्तर राष्ट्रीय मानकों से अधिक था।
प्रभावी कदम उठाना जरूरी
शोधकर्ताओं ने सर्दियों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता जताई है ताकि वायु गुणवत्ता में सुधार किया जा सके और जनस्वास्थ्य को बचाया जा सके।
10 सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली एनसीआर के चार
देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में हाजीपुर, गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, पटना, आसनसोल, दुर्गापुर और चरखी दादरी शामिल थे। राज्यों के हिसाब से देखा जाए तो सर्दियों के दौरान राजस्थान के 34, बिहार के 24 और पश्चिम बंगाल के 7 शहरों में पीएम 2.5 का स्तर मानकों से अधिक था, यानी इन राज्यों में एक भी शहर स्वच्छ वायु गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतरा। महाराष्ट्र के 31 में से 30, ओडिशा के 16 में से 15 और उत्तर प्रदेश के 20 में से 15 शहरों की वायु गुणवत्ता राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नहीं थी।
आइजोल में पीएम 2.5 का औसत स्तर केवल 7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर
सर्दियों के दौरान आइजोल सबसे कम प्रदूषित शहर रहा। यहां पीएम 2.5 का औसत स्तर केवल 7 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था। हालांकि यह स्तर भी डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुरूप नहीं था। देश के 10 सबसे कम प्रदूषित शहरों में कर्नाटक के 6, तमिलनाडु के 3 और मिजोरम का एक शहर था।
दिल्ली के बाद दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा बर्नीहाट
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां पीएम 2.5 का औसत स्तर 159 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। इससे पहले 2023-24 की सर्दियों में भी दिल्ली की हवा सबसे खराब रही थी जब पीएम 2.5 का स्तर 171 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था। दिल्ली के बाद मेघालय का बर्नीहाट दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां पीएम 2.5 का औसत स्तर 157 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था।