
पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने शुक्रवार को कहा कि वह अपना सेवा विस्तार नहीं लेंगे और पांच सप्ताह के बाद सेवानिवृत हो जाएंगे। पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज ने यह जानकारी दी है। सूत्रों ने COAS के हवाले से बताया कि सेना का राजनीति में कोई दखल नहीं होगा। मालूम हो कि सेना प्रमुख बाजवा मुख्य रूप से इस साल 29 नवंबर को सेवानिवृत होने वाले हैं और सभी की निगाहें नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति पर टिकी है
2019 में हुआ था सेवा विस्तार
इससे पहले बाजवा ने देश को भरोसा दिया था कि सेना ने पाकिस्तान की राजनीति से खुद को अलग कर लिया है और आगे भी राजनीति में कोई भुमिका नहीं निभाएगी। मालूम हो कि बाजवा को 29 नवंबर 2019 में सेवा विस्तार दिया गया था। पाकिस्तानी अखबार डान के मुताबिक, जनरल बाजवा ने वाशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास में दोपहर के भोज के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि वह दो माह के बाद अपना दूसरा तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद सेवानिवृत हो जाएंगे
एक और कार्यकाल की लगाई जा रही थी अटकलें
बाजवा और पीएमएलएन सुप्रीमो नवाज शरीफ के बीच हाली ही में लंदन में कथित तौर पर मुलाकात हुई थी, जिसके बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि इस वार्ता के बाद बाजवा को एक और कार्यकाल मिल सकता है।
ये हो सकते हैं अगला सेनाध्यक्ष
बाजवा के सेवानिवृत होने के बाद उनके स्थान पर रावलपिंडी के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा, लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास, लेफ्टिनेंट जनरल नौमान महमूद राजा और लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद संभावित उत्तराधिकारी हो सकते हैं। सेनाध्यक्ष के लिए तीन और नाम भी चर्चा में है, जिनमें गुजरांवाला के कोर कमांडर गुजरांवाला मुहम्मद आमिर, मुल्तान के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल चिराग हैदर और आईएसआई डीजी लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम शेख के नाम शामिल है