बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर मिला गैस सिलिंडर…जांच शुरू
कानपुर के बिल्हौर में कानपुर-फर्रुखाबाद रेल रूट पर अभी आठ सिंतबर 2024 को बर्राजपुर-उत्तरीपूरा रेलवे स्टेशन के मध्य मुडेरी रेलवे क्रासिंग के समीप रेलपथ पर गैस सिलिंडर मामले का खुलासा नहीं हो सका था कि 31 दिसंबर 2024 की रात बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के पश्चिमी छोर यार्ड में ही मुख्य रेलपथ पर एक छोटा सिलिंडर रेलवे ट्रैक किनारे रेलवे गश्ती दल के कर्मियों को मिला।
रेलवे ट्रैक पर एकाएक गैस सिलिंडर मिलने से आरपीएफ, जीआरपी सहित स्थानीय पुलिस, फॉरेंसिक टीम आदि मौके पर आ पहुंची, लेकिन कोई सुराग हाथ न लगने के बाद कोई भी अधिकारी मामले की पुष्टि करने और जानकारी देने के सामने नहीं आया है। रेल कर्मियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फर्रुखाबाद जीआरपी द्वारा पूरे मामले की रिपोर्ट पंजीकृत की गई है।
मुख्य लाइन के करीब एक थैले में रखा मिला था सिलिंडर
खूफिया विभाग के स्थानीय यूनिट हेड एके सिंह ने बताया कि मंगलवार रात करीब नौ बजे रेल गश्ती दल के कर्मियों को बर्राजपुर रेलवे स्टेशन यार्ड के पश्चिमी छोर पर मुख्य लाइन के करीब एक थैले में घरेलू सिलिंडर रखा मिला, जिसमें करीब पांच किलो तक एलपीजी गैस आती है। इसकी सूचना तत्काल रेल कंट्रोल रूम को दी गई। मालूम रहे कि चार माह में बर्राजपुर और उत्तरीपुरा के मध्य गैस सिलेंडर मिलने की यह दूसरी घटना है।
कालिंदी एक्सप्रेस को पलटने की थी साजिश
इससे पहले आठ सितंबर 2024 की शाम प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन के सामने रेलवे ट्रैक पर एक भरा इंडेन कंपनी का सिलिंडर रखा गया था, लेकिन कई एजेंसियों द्वारा जांच पड़ताल के बाद भी अब तक उक्त घटना खुलासा नहीं हो सका है। बर्राजपुर में रेलपथ पर गैस सिलिंडर मिलने की सूचना पर जीआरपी, आरपीएफ, जिला पुलिस के अलावा इटावा, आगरा सहित इज्जत नगर बरेली के कई रेल अधिकारी भी मौके पर जांच के लिए पहुंचे।
किसी भी प्रकार की जानकारी देने से इंकार
आगरा के रेलवे एसपी अभिषेक वर्मा, इटावा जीआरपी एसीपी उदय प्रताप सिंह जांच पड़ताल के लिए मौके पर पहुंचे। कन्नौज आरपीएफ थानाध्यक्ष ओपी मीना भी मौके पर जांच पड़ताल के लिए पहुंचे, लेकिन उन्होंने किसी भी प्रकार की जानकारी को देने से साफ इंकार कर दिया और जांच जारी होने के कारण उच्चाधिकारियों से ही पूरी सूचना लेने की बात कही।
बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के यार्ड में गैस सिलेंडर मिला है, इसलिए पूरा मामला जीआरपी-आरपीएफ है। स्थानीय पुलिस सितंबर की घटना और 31 दिसंबर 2024 की घटना के मद्देनजर पूरी सक्रियता से मामले की जांच कर रही है, जल्द ही घटना का खुलासा पुलिस करने का प्रयास करेगी। -सुमित सुधाकर, एससीपी बिल्हौर
रेल गश्ती दल की सक्रियता आई काम
बर्राजपुर रेलवे स्टेशन यार्ड के पश्चिमी किनारे पर थैले में मिला गैस सिलिंडर मंगलवार रात रेल गश्ती दल की सक्रियता के चलते समय रहे रिकवर कर लिया गया। इससे पहले आठ सितंबर 2024 को रेलवे ट्रैक पर रखा सिलिंडर ट्रैस नहीं हो सका था, जिस कारण कालिंदी एक्सप्रेस के इंजन में फसकर करीब दो मीटर तक गैस भरा सिलिंडर रपटता गया था और बड़ा हादसा होते बचा था।
बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के समीप सीएनजी-पेट्रोल पंप
बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के कुछ कदम की दूरी पर ही पेट्रोल पंप, सीएनजी भी है, जहां सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं, साथ पास में कई निजी अधिष्ठान-प्रतिष्ठान भी हैं, जांच अधिकारी इन स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज व अन्य जांच के तरीकों से रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखने वालों की खोजबीन में जुटी है।
पिछले साल कई बार रखे मिले रेल लाइन पर बोल्डर-सिलिंडर
रेलवे ट्रैक पर बीते साल 16 अगस्त से 23 सितंबर के बीच बोल्डर, सिलिंडर, फायर सेफ्टी सिलिंडर मिलने की कई घटनाएं हुई हैं। कभी कानपुर-झांसी तो कभी कानपुर-हावड़ा रूट पर बोल्डर, फायर सेफ्टी सिलिंडर पड़े मिले। अनवरगंज-मंधना रेलवे लाइन पर तो अराजकतत्वों ने ट्रैक पर भरा हुआ एलपीजी सिलिंडर रख दिया। साथ ही ट्रैक के किनारे पेट्रोल और बारूद भी डाल दिया था।
कानपुर-झांसी, कानपुर-हावड़ा, अनवरगंज-मंधना रेलवे ट्रैक पर हुईं घटनाएं
इस रूट पर नौ सितंबर को कालिंदी एक्सप्रेस गुजरी और सिलिंडर से टकराते ही रोक दी गई। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। इन घटनाओं के बाद पुलिस, जीआरपी, आरपीएफ, एनआईए, एसटीएफ और अन्य खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गईं। ट्रैक के किनारे निरीक्षण किया जाने लगा।
यह हुईं प्रमुख घटनाएं
पनकी औद्योगिक क्षेत्र में 16 अगस्त की रात करीब ढाई बजे वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस 19168 के 21 डिब्बे बोल्डर से टकराकर पटरी से उतर गए। मौके से पुरानी पटरी का टुकड़ा बरामद हुआ।
22 सितंबर को सरसौल ब्लॉक के प्रेमपुर स्टेशन की लूप लाइन पर एलपीजी का खाली छोटा सिलिंडर रखा हुआ मिला। यह स्टेशन कानपुर हावड़ा रूट पर स्थित है।
29 सितंबर को गोविंदपुरी भीमसेन स्टेशन के बीच फायर सेफ्टी सिलिंडर पड़ा हुआ मिला। पुष्पक एक्सप्रेस के लोको पायलट ने इसे उठाकर आरपीएफ में जमा कराया।
घटना के तीन दिन बाद तीन अक्तूबर की गोविंदपुरी आउटर पर फायर सेफ्टी सिलिंडर ट्रैक किनारे पड़ा हुआ मिला।