G20 से अमेरिका ने बनाई दूरी, अब ‘खाली कुर्सी’ के हवाले अध्यक्षता

राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने कहा कि अमेरिका की अनुपस्थिति में दक्षिण अफ्रीका जी-20 की अध्यक्षता एक ‘खाली कुर्सी’ को सौंपेगा। ट्रंप ने मानवाधिकारों के हनन का हवाला देते हुए शिखर सम्मेलन में भाग लेने से इनकार कर दिया है। रामफोसा ने वाशिंगटन के साथ व्यापारिक संबंधों को सुधारने की आवश्यकता पर बल दिया और नस्लीय भेदभाव के आरोपों को खारिज किया।
राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने शुक्रवार को कहा कि अगले सप्ताह होने वाले शिखर सम्मेलन में अमेरिकी नेतृत्व की अनुपस्थिति में दक्षिण अफ्रीका प्रतीकात्मक रूप से जी-20 की अध्यक्षता एक ‘खाली कुर्सी’ को सौंप देगा।
उन्होंने वाशिंगटन के साथ व्यापारिक संबंधों को सुधारने की आवश्यकता पर भी बल दिया।उन्होंने श्वेत दक्षिण अफ्रीकियों को ‘कत्ल’ किए जाने तथा उनकी भूमि से भगाये जाने के बारे में व्यापक रूप से खारिज किये गए दावों का हवाला दिया था।
क्यों भाग नहीं लिया अमेरिका?
रामफोसा ने सोवेटो में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ”मैंने पहले भी कहा है कि मैं किसी खाली कुर्सी को अध्यक्षता सौंपना नहीं चाहता। लेकिन खाली कुर्सी तो वहां होगी ही, शायद प्रतीकात्मक रूप से उस खाली कुर्सी को सौंप दूंगा और फिर राष्ट्रपति ट्रंप से बात करूंगा।”
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह कहा था कि कोई भी सरकारी अधिकारी 22-23 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेगा, क्योंकि उनके अनुसार वहां मानवाधिकारों का हनन हो रहा है।
दक्षिण अफ्रीकी अधिकारियों ने इस बात से इन्कार किया है कि अश्वेत बहुल इस देश में किसी को भी अपनी नस्ल के आधार पर भेदभाव का सामना करना पड़ता है।





