जी-20 व्यापार और निवेश कार्य समूह बैठक की मेजबानी करेगा दक्षिण अफ्रीका, 18 से 20 मार्च तक होगा आयोजन

दक्षिण अफ्रीका पहली जी-20 व्यापार और निवेश कार्य समूह (टीआईडब्ल्यूजी) बैठक की मेजबानी करेगा। दक्षिण अफ्रीका के व्यापार, उद्योग और प्रतिस्पर्धा विभाग (डीटीआईसी) ने एलान किया कि बैठक का आयोजन 18 से 20 मार्च तक किया जाएगा। दक्षिण अफ्रीका ने दिसंबर 2024 में एकजुटता, समानता, स्थिरता थीम के तहत वर्ष 2025 के लिए जी 20 की अध्यक्षता ग्रहण की थी।
डीटीआईसी के व्यापार के उप महानिदेशक, राजदूत ज़ोलेलवा मलुम्बी-पीटर ने बताया कि बैठक में जी 20 सदस्य देशों के साथ-साथ यूरोपीय संघ (ईयू) और अफ्रीकी संघ (एयू) के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। बैठक के पहले सत्र में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ), संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (यूएनटीएडी), आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) और अफ्रीकी क्षेत्रीय समुदाय जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठन भी भाग लेंगे।
उन्होंने कहा कि हमने बैठक के लिए चार फोकस क्षेत्रों की पहचान की है। इसमें पहला व्यापार और समावेशी विकास है। इसका परिणाम व्यापार और समावेशी विकास को बढ़ावा देना है। इसमें आर्थिक रूप से कमजोर क्षेत्रों के लिए प्रतिकूल परिणामों के साथ व्यापार के वितरणात्मक प्रभावों से उत्पन्न होने वाली आम या साझा चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी। दूसरे क्षेत्र में वैश्विक कॉमन्स की चुनौती को लेकर उत्तरदायी व्यापार और निवेश एजेंडे पर बात होगी।
उन्होंने कहा कि फोकस के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र हरित औद्योगिकीकरण और निवेश पर G20 ढांचा है। इसका उद्देश्य स्रोत के करीब महत्वपूर्ण खनिजों के मूल्य संवर्धन को बढ़ावा देना है। साथ ही वैश्विक डीकार्बोनाइजेशन और औद्योगिक अनुकूलन का समर्थन करने के लिए कम कार्बन विनिर्माण मूल्य श्रृंखलाओं का विकास करना है। बैठक में विश्व व्यापार संगठन के सुधार और विकास पर भी चर्चा होगी।
जी20 क्या है और इसके सदस्य कौन देश हैं?
जी 20 दुनिया की उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का एक प्रमुख मंच है। यह वैश्विक अर्थव्यवस्था की मौजूदा चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका, अफ्रीकी संघ और यूरोपीय संघ इसके सदस्य हैं।