कांजीवरम से लेकर बनारसी तक, जानें भारत की 5 पारंपरिक साड़ियों की खासियत

भारत देश अपनी ‘अनेकता में एकता’ के लिए जाना जाता है। यहां कई तरह की भाषाएं बोली जाती है और अलग-अलग राज्यों की अपनी पारंपरिक वेशभूषा होती है। भारत में ज्यादातर महिलाएं की पहली पसंद साड़ी होती है। लगभग हर एक प्रदेश की अपनी एक अलग तरह ही साड़ी (5 Types Of Sarees In India) है। आज हम आपको ऐसी ही कुछ, अलग-अलग साड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं।

भारत की 5 पसंदीदा साड़ियां

कांजीवरम साड़ी (Kanjivaram Saree)
यह तमिलनाडु की एक प्रसिद्ध साड़ी है, जो अपनी खूबसूरती और गोल्ड बॉडर के लिए जानी जाती है। कांजीवरम साड़ी विशेष रूप से अपनी रंगीन नक्काशी और कारीगरी के लिए प्रसिद्ध है। इस सिल्क की साड़ी की बेहतरीन नक्काशी महिलाओं को बेहद पसंद आती है।

बांगाली साड़ी (Bengali Saree)
पश्चिम बंगाल की महिलाएं ज्यादातर लाल और सफेद रंग की साड़ियों को पहनती हैं, यह इतना प्रसिद्ध लुक है, जिसे देशभर में पसंद किया जाता है। यह साड़ियां आमतौर पर सफेद रंग की होती हैं, जिनमें लाल बॉडर होता है। लगभग हर बंगाली महिला ये आमतौर पर दुर्गा पूजा, शादी या किसी बड़े इवेंट पर पहनती है।

बनारसी साड़ी (Banarasi Saree)
उत्तर प्रदेश के वाराणसी क्षेत्र में बनने जाने वाली, बनारसी साड़ियां अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती है। देशभर से लोग जब भी बनारस घूमने आते हैं, तो यह साड़ी जरूर लेकर जाते हैं। इस साड़ी में सोने और चांदी के धागों का इस्तेमाल होता है और शानदार नक्काशी भी की जाती है। इनमें जितनी ज्यादा नक्काशी और कारीगरी होती है, साड़ी बाजार में उतनी ही ज्यादा महंगी मिलती है।

पटोला साड़ी (Patola Saree)
केरल की पटोला साड़ियां हल्के कॉटन से बनाई जाती हैं। पटोला साड़ी गर्मियों में पहनी जाने वाली सबसे अच्छी साड़ियों में से एक है। इनमें रंगीन नक्काशी, जूट, और तार से बना डिजाइन होता है, जो पटोला साड़ी को और भी सुंदर बनाता है।

गुजराती साड़ी (Gujarati Saree)
गुजरात के लोग अपने कपड़ों के लिए जाने जाते हैं। यहां की चनिया-चोली भी दुनियाभर में प्रसिद्ध है, जिन्हें दुनियाभर में गरबा करते समय पहना जाता है। गुजराती साड़ियां अलग अलग तरह की होती हैं, जैसे लहरिया साड़ी। इनमें अलग-अलग रंग, पैटर्न्स, और डिजाइन होते हैं।

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