धनतेरस से लेकर भाई दूज तक, पढ़िए व्रत-त्योहार की सूची

प्रकाश का पर्व दिवाली हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है। इस दिन प्रदोष काल में मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
सनातन धर्म में कार्तिक महीने का विशेष महत्व है। इस महीने में कई प्रमुख व्रत त्योहार मनाए जाते हैं। इनकी शुरुआत करवा चौथ से हो चुकी है। इस महीने में प्रकाश का पर्व दिवाली मनाई जाती है, जो सनातन संस्कृति का प्रमुख त्योहार है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष में धनतेरस, दिवाली, भाई दूज और गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। साथ ही कई अन्य प्रमुख त्योहार भी हैं। आइए, इस सप्ताह में पड़ने वाले सभी व्रत और त्योहारों के बारे में जानते हैं।
साप्ताहिक व्रत-त्योहार
9 नवंबर को रमा एकादशी है। यह पर्व कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के निमित्त व्रत रख उनकी पूजा-उपासना की जाती है।
10 नवंबर को धनतेरस है। यह पर्व कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वन्तरि की पूजा की जाती है। साथ ही सोने चांदी की खरीदारी की जाती है। इस दिन यम दीपम भी है।
10 नवंबर को प्रदोष व्रत है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष काल में भगवान धन्वन्तरि की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत पर देवों के देव महादेव की उपासना की जाती है।
12 नवंबर को दिवाली है। प्रकाश का पर्व दिवाली हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है।
इसके अलावा, 12 नवंबर को काली पूजा, नरक चतुर्दशी, केदार गौरी व्रत, चोपड़ा पूजा, शारदा पूजा, कमला जयंती आदि प्रमुख व्रत हैं। 14 नवंबर को गोवर्धन पूजा और भाई दूज है।
वहीं, लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की शुरुआत 17 नवंबर को होगी। इस दिन नहाय खाय है। इसके अगले दिन खरना है। 19 नवंबर को डूबते सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा और 20 नवंबर को उगते सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा।