आमिर से लेकर अक्षय कुमार तक खोल चुके हैं ढोंगी बाबाओं की ‘पोल’
नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से लगातार रेप केस में दोषी ठहराए गए डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर बॉलीवुड के कई हस्तियों की राय सोशल मीडिया के जरिए मिल रही है. सभी ने कोर्ट के फैसले को सराहा.
बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्में बनीं, जिसमें बाबाओं के कई पोल खोले गए और दर्शकों ने ऐसी फिल्मों को काफी पसंद भी किया. इसमें कोई शक नहीं कि भारत में धर्म गुरुओं का सदैव बोल बाला रहा है. तो आइए, जानते हैं धर्म-गुरुओं और बाबाओं की पोल खोलने वाली उन फिल्मों के बारे में विस्तार से-
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1. पीके
आमिर खान की फिल्म ‘पीके’ एक राजनीतिक व्यंग्य है, जो कि समाज में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करता है. निर्देशक राजकुमार हिरानी के मुताबिक फिल्म भगवान और उसके भक्तों पर व्यंग्य करती है.
2. ओएमजी (ओ माय गॉड)
अक्षय कुमार की फिल्म ‘ओएमजी (ओ माय गॉड)’ फेमस नाटक किशन वर्सेज कन्हैया पर आधारित है. यह पूरी फिल्म एक कॉमेडी ड्रामा है, जो कि लोगों को यह एहसास दिलाता है कि उन्हें भगवान को प्यार करना चाहिए. फिल्म का संदेश है कि भगवान किसी मूर्ती या किसी तस्वीर में नहीं है बल्कि भगवान हमारे अंदर ही है, जो इंसान सच्चे दिल से भगवान को मानता है भगवान उसकी सभी मुश्किलों को दूर करता है.
3. धर्म संकट में
परेश रावल और नसीरुद्दीन शाह की फिल्म ‘धर्म संकट में’ के तीन मायने निकाले जा सकते हैं. पहला यह कि हमारे मजहब या दीन पर कोई मुश्किल आन पड़ी है. दूसरा, धर्म नामक किसी व्यक्ति के लिए मुश्किल की घड़ी है. तीसरा, कोई इन्सान धर्मसंकट यानी बहुत बड़ी उलझन में है.
4. चल गुरु हो जा शुरू
इस फिल्म में हमारे धर्मगुरु और बाबा जिस तरह से लोगों में अंधविश्वास फैलाकर अपने पापों को अंजाम देते हैं. यही सब इस फिल्म में दिखाया है.
5. ग्लोबल बाबा
धर्मगुरुओं यानी कि धार्मिक बाबाओं पर निर्देशक मनोज तिवारी की ‘ग्लोबल बाबा’ एक व्यंग फिल्म है, जिसमें एक अपराधी किस तरह धर्मगुरु बनकर देश के पूरे सिस्टम व हर राजनेता को अपने इशारे पर नचाता है, उसकी दर्शाया गया है.