पूर्व सांसद पटेल बोले- कांग्रेस ने जिलों के गठन में जल्दबाजी की
पूर्व सांसद देवजी एम. पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने बागोड़ा को सांचोर में जोड़ते हुए रानीवाड़ा से अलग कर दिया। यह निर्णय बिना तकनीकी अध्ययन और लोगों को विश्वास में लिए बिना लिया गया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि जिलों का गठन रातों-रात हुआ, जिससे जनता की समस्याएं और बढ़ गईं।
जालौर-सांचोर जिले के निरस्त होने पर पूर्व सांसद देवजी एम. पटेल ने कांग्रेस सरकार पर जिलों के गठन में जल्दबाजी और तकनीकी खामियां रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गलतियों के कारण भाजपा सरकार को जिले निरस्त करने पड़े।
पूर्व सांसद देवजी एम. पटेल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने आनन-फानन में जिलों का गठन किया था। जिलों के गठन और नोटिफिकेशन जारी करने के बीच बड़ा अंतराल रहा, जिससे लोगों में असंतोष बढ़ा। उन्होंने कहा कि रानीवाड़ा-बागोड़ा क्षेत्र के धरना-प्रदर्शन कांग्रेस की गलत नीतियों का परिणाम थे।
पूर्व सांसद देवजी एम. पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने बागोड़ा को सांचोर में जोड़ते हुए रानीवाड़ा से अलग कर दिया। यह निर्णय बिना तकनीकी अध्ययन और लोगों को विश्वास में लिए बिना लिया गया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि जिलों का गठन रातों-रात हुआ, जिससे जनता की समस्याएं और बढ़ गईं।
पटेल ने भाजपा सरकार द्वारा इन जिलों की समीक्षा और पुनर्गठन की मांग की। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता के हितों को प्राथमिकता देती है और सांचोर को एक शांत और सुंदर जिला बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। पटेल ने यह भी कहा कि सांचोर क्षेत्र में बढ़ते नशे के व्यापार और पाकिस्तान की सीमा को ध्यान में रखते हुए जिले का पुनर्गठन जरूरी है। पटेल ने कहा कि सांचोर को एक ऐसा जिला बनाया जाए, जहां लोग खुशी-खुशी आना चाहें और किसी भी प्रकार का विरोध न हो। उन्होंने जोर दिया कि भाजपा सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए सांचोर को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पूर्व सांसद ने कांग्रेस सरकार पर जिलों के गठन में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि तकनीकी खामियों और जनता की राय को नजरअंदाज करने के कारण यह निर्णय वापस लेना पड़ा। उन्होंने भाजपा सरकार से जिले के पुनर्गठन और जनता को न्याय दिलाने की अपील की।