
पहली पदयात्रा गांधी आश्रम भितिहरवा (पश्चिम चंपारण) से प्रारंभ होकर जुब्बा सहनी पार्क मुजफ्फरपुर में समाप्त होगी। दूसरी पदयात्रा रूईधांसा मैदान किशनगंज से लोहिया पार्क दरभंगा तक होगी। तीसरी पदयात्रा किला मैदान बक्सर से पटना के बिहटा तथा चौथी और आखिरी पदयात्रा नालंदा से पटना गांधी मैदान तक होनी है।

बिहार में पूर्व सांसद आनंद मोहन ने अपनी 30 जून से शुरू होने वाली पदयात्रा को टाल दिया है। अब आनंद मोहन प्रदेश में जनता को जागरूक करने के लिए चार पदयात्राएं करेंगे। यह यात्राएं सितंबर में शुरू हो सकती हैं।
बता दें कि बीते सप्ताहने 30 जून से पदयात्रा करने का एलान किया था। उन्होंने कहा था कि मेरा परिवार समाजवादी व गांधी की विचारधारा को मानने वाला है। मेरे आदर्श जेपी हैं। मैंने राजनीति का ककहरा उन्हीं से सीखा है, जिसमें जात-पात का कोई स्थान नहीं है।
हालांकि, आज जो हो रहा है वह चिंतनीय है। धर्म और जात के आधार पर लोगों का ध्रुवीकरण किया जा रहा है। जो कहीं से उचित नहीं है। ऐसे में जनता को जागरूक करने के लिए 30 जून से पदयात्रा करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, अब उन्होंने अपनी इस पदयात्रा को टाल दिया है।
जानकारी के अनुसार, वह अब 23 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में रैली करेंगे। इसकी तैयारियों के सिलसिले में वे बिहार, यूपी और झारखंड में 15 से 26 सितंबर के बीच बैठक भी करेंगे। इसके साथ ही इस सिलसिले में बारिश के मौसम के बाद चार पदयात्राएं भी करेंगे। हालांकि, इनकी तारीख फिलहाल तय नहीं है।
15 सितंबर से कर सकते हैं पदयात्रा
पूर्व सांसद की पदयात्रा की तारीख अभी तय नहीं हुई है। हालांकि, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि यह 15 सितंबर के बाद हो सकती हैं।
पहली पदयात्रा गांधी आश्रम भितिहरवा (पश्चिम चंपारण) से प्रारंभ होकर जुब्बा सहनी पार्क, मुजफ्फरपुर में समाप्त होनी है। दूसरी पदयात्रा रूईधांसा मैदान, किशनगंज से लोहिया पार्क, दरभंगा तक होगी।
तीसरी पदयात्रा किला मैदान, बक्सर से पटना के बिहटा तथा चौथी और आखिरी पदयात्रा नालंदा से पटना गांधी मैदान तक होनी है। पदयात्रा का उद्देश्य समाजवाद की कमजोर होती कड़ियों को जोड़ना है।