26 जनवरी को मंच पर दिखा रुचिका गिरहोत्रा का यौन शोषण करने वाला पूर्व DGP

26 जनवरी को मंच पर वीआईपी लोगों साथ रुचिका गिरहोत्रा का यौन शोषण करने वाला पूर्व डीजीपी एसपीएस राठौड़ नजर आया तो लोग भड़क गए। मामले को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है। पंचकूला प्रशासन पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। मामले को लेकर जब प्रशासन के अधिकारी से पक्ष जानने की कोशिश की गई तो तमाम कोशिशों के बावजूद संपर्क नहीं हो सका।

26 जनवरी को मंच पर दिखा रुचिका गिरहोत्रा का यौन शोषण करने वाला पूर्व DGP राठौड़अब जब यह मामला तूल पकड़ने लगा तो अधिकारियों ने भी इस मामले में चुप्पी साध ली। बता दें कि पंचकूला प्रशासन ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था। इस संबंध में आनंद प्रकाश स्मृति सभा की ओर से स्वराज अभियान के जरिये ई-मेल के जरिये देश के राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट, हरियाणा के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।

सभा की ओर से भेजे पत्र में कहा गया कि जिले में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह पर सर्वोच्च न्यायालय की ओर से दोषी करार दिए गए प्रदेश के पूर्व डीजीपी एसपीएस राठौर को माननीय अथितियों का आदर दिया गया। राठौर ने एक नन्ही बच्ची रुचिका के साथ छेड़छाड़ की थी। इस मामले में 26 वर्षों तक न्याय का इंतजार करना पड़ा। पत्र में यह भी लिखा गया है कि यह खेद का ही नहीं, रोष का भी विषय है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी सरकारी तंत्र यानी जिला प्रशासन एक दोषी के साथ ही खड़ा है।

शहर के लोग पंचकूला प्रशासन से इस कुकृत्य के लिए जल्द से जल्द माफी मांगने की मांग करते हैं। अगर ऐसा नहीं किया तो पूरे शहर में हस्ताक्षर अभियान चलाकर, पंचकूला प्रशासन और प्रदेश सरकार की कथनी और करनी के फर्क को उजागर किया जाएगा।

प्रशासन को देना चाहिए इसका जवाब

रुचिका की दोस्त और स्व. आनंद प्रकाश की पुत्री अराधना ने बताया कि ऐसे अपराधियों को गणतंत्र दिवस के मौके पर सम्मान दिया जाना अपमान है। सरकार जहां बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चला रही है तो दूसरी तरफ प्रशासन ने आखिरकार कैसे पूर्व डीजीपी को ऐसे कार्यक्रम में मंच साझा करने का मौका दिया। प्रशासन को इस बात का जवाब देना चाहिए। किसने आमंत्रित किया और ऐसा बर्ताव करने वाले की मौजूदगी में लड़कियां खुद को सुरक्षित कैसे महसूस कर सकती हैं।

शर्मनाक वाकया, माफी मांगे प्रशासन
स्व. आनंद प्रकाश के साथ जुड़ी रहीं शालिनी मालवीय ने बताया कि सभा की ओर से इस संबंध में पत्र भेजकर प्रशासन से माफी की मांग की गई है। यह बेहद शर्म की बात है कि जिस व्यक्ति ने 26 वर्षों तक रुचिका के लिए हक की लड़ाई लड़ी, उनकी श्रद्धांजलि सभा के दिन ही इस मामले के दोषी को प्रशासन को ओर से अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया। यह एक बड़ा सवाल है, जिसका जवाब देना चाहिए।  

आनंद प्रकाश की याद में 26 को थी श्रद्धांजलि सभा
26 जनवरी को ही 26 वर्षों तक अपनी बेटी के साथ मिलकर रुचिका के लिए हक की लड़ाई लड़ने वाले स्व. आनंद प्रकाश की स्मृति में एक तरफ श्रद्धांजलि सभा आयोजित की  गई थी।

अगस्त 1990 में हुई थी सेक्टर-छह में घटना
रुचिका के साथ 12 अगस्त 1990 को पंचकूला के सेक्टर छह में हरियाणा लॉन टेनिस एसोसिएशन के दफ्तर में छेड़छाड़ हुई थी। इस घटना के करीब तीन वर्ष बाद रुचिका ने खुदकुशी कर ली थी। अराधना की गवाही के चलते राठौड़ को ट्रायल कोर्ट में दोषी माना गया। रुचिका के माता-पिता मधु प्रकाश और आनंद प्रकाश ने रुचिका को न्याय दिलाने के लिए लगातार लड़ाई लड़ी। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से साल 2016 में एसपीएस राठौड़ के खिलाफ निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा गया।

 
 
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