पूर्व सीएम ठाकरे ने पीएम मोदी की तारीफ, फिर पत्‍नी के साथ वंदे भारत से मुंबई तक का सफर…

मुंबई. लोकसभा चुनाव की घोषणा फरवरी के अंत में मार्च के शुरुआती दिनों में कभी हो सकती है. ऐसे में राजनीतिक खेमेबंदी भी शुरू हो चुकी है. बीजेपी की अगुआई में केंद्र में सत्‍तारूढ़ NDA को संसदीय चुनाव में टक्‍कर देने के लिए विपक्षी दलों ने I.N.D.I.A. का गठन किया है. I.N.D.I.A. के बैनर तले कई राजनीतिक दलों ने एकजुटता दिखाई है. हालांकि, कई महत्‍वपूर्ण घटक दलों के सुर ने विरोधी गठबंधन के ताल को जरूर बिगाड़ा है, लेकिन अभी बहुत कुछ होना बाकी है. इन सबके बीच I.N.D.I.A. के महत्‍वपूर्ण घटक दलों में से एक के मुखिया और महाराष्‍ट्र के पूर्व मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है. इसके बाद उन्‍होंने पत्‍नी रश्मि ठाकरे के साथ वंदे भारत ट्रेन से यात्रा भी की. चुनावी माहौल में उनके रुख के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.

उद्धव ठाकरे सावंतवाड़ी में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. अपने संबोधन में उन्‍होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दुश्‍मन नहीं हैं. उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह पहले भी पीएम मोदी के दुश्‍मन नहीं थे. उन्‍होंने आगे कहा कि पीएम मोदी ने शिवसेना के साथ संबंध स्‍थापित करने का फैसला किया था. उद्धव के इस बयान से विपक्षी खेमे में खलबली मचनी तय है. उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जब लोकसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा आने वाले कुछ सप्‍ताहों में कभी हो सकती है. हालांकि, मुख्‍य विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे ज्‍यादा तूल न देने की बात कह कर इसे ज्‍यादा महत्‍व न देने की बात कही है.

वंदे भारत ट्रेन से यात्रा
उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी की तारीफ करने के बाद वंदे भारत ट्रेन से यात्रा भी की. उद्धव ठाकरे सोमवार को चिपलून में अपनी सभा को खत्म करने के बाद पत्नी रश्मि ठाकरे के साथ मुंबई तक वंदे भारत ट्रेन से आए. एक तरफ पीएम मोदी की तारीफ और दूसरी तरफ वंदे भारत ट्रेन से उद्धव का मुंबई आना अपने आप में कई संकेत दे रहा है. अब आने वाला वक्‍त ही बताएगा कि I.N.D.I.A. ब्‍लॉक एक और महत्‍वपूर्ण सहयोगी दल का क्‍या रुख रहता है.

I.N.D.I.A. ब्‍लॉक में बिखराव
I.N.D.I.A. ब्‍लॉक में बिखराव की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. वहीं, बिहार में ऐन वक्‍त पर I.N.D.I.A. के गठन में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नीतीश कुमार ने विपक्षी ब्‍लॉक का साथ छोड़ दिया. पंजाब के मुख्‍यमंत्री भगवंत मान भी प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं. उत्‍तर प्रदेश में अखिलेश यादव का रवैया भी सीट बंटवारे को लेकर ज्‍यादा उत्‍साहजनक नहीं रहा है.

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